हिसार सेंट्रल जेल-1 में 54 बंदी कर रहे पढ़ाई, कारपेंटर और टेलरिंग की ट्रेनिंग
हिसार की सेंट्रल जेल वन में 54 बंदी दसवीं से लेकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं। यही नहीं जेल से छूटने के बाद बंदी फिर से अपराध की राह पर ना चले, इसके लिए बंदियां काे कपड़े सिलाई से लेकर कारपेंटर, कृषि की तकनीकी जानकारियां भी दी जा रही हैं।
जेल अधीक्षक दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय और एनआईओएस संस्थानाें से जेल में बंद 37 बंदी बीए, तीन बंदी कक्षा दस और 16 बंदी कक्षा 12वीं में पढ़ रहे हैं। अन्य बंदी भी दसवीं व अन्य कोर्सेस में पढ़ाई के लिए आवेदन कर रहे हैं। बंदियाें काे जेल की तरफ से ही नि:शुल्क किताब और अन्य पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।इतना ही नहीं कुछ बंदी ऐसे भी है जो अंग्रेजी में एक्सपर्ट है और दूसरे बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाते है।
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल के अंदर बंदियाें काे कंप्यूटर शिक्षा देने की भी व्यवस्था की गई है। हालांकि अभी काेराेना के कारण कंप्यूटर शिक्षा बंदी ग्रहण नहीं कर रहे हैं। समय-समय पर परीक्षाओं में उच्च स्थान पाने वाले बंदियों काे सम्मानित भी किया जाता है।और इतना ही नहीं जेल के अंदर इस माह के अंत तक जेल में रेडियाे जाॅकी काे भी शुरू कर दिया जाएगा।बताया जा रहा है की चार बंदियां का सलेक्शन किया गया है। चाराें बंदियों काे ट्रेंड भी किया जा रहा है। अन्य बंदियाें के जल्द ही ऑडिशन लिए जा सकते हैं।