पश्चिमों दुनिया में वजन घटाने के लिए लोग तेजी ओजेंपिक दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं. ओजेंपिक इंजेक्शन है जिसे लगाने के बाद भूख पर कंट्रोल रहता है और वजन तेजी से घटता है. अब एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि ओट्स की स्मूदी भी उसी तरह काम करता है जिस तरह से ओजेंपिक दवा करती है. इसलिए लोगों ने इसका नाम ओट्सजेंपिक (oatszempic) रख दिया है. सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा हो रही है. लोगों को कहना है कि ओट्सजेंपिक का हंगर के लिए किलिंग इफेक्ट है. यह उसी तरह असर करता है जिस तरह ओजेंपिक दवा. ओट्स को खाने के बाद पूरा दिन पेट भरा हुआ महसूस करता है. ओजेंपिक शरीर के उस हार्मोन को कंट्रोल कर लेता है जिसमें भूख नहीं लगती.
पेट भरा हुआ महसूस कराने वाला हार्मोन जिम्मेदार
ग्लोबल डायबेट्स कम्युनिटी ने न्यूट्रिशनल एक्सपर्ट के हवाले से बताया है कि ओट्स भी किसी व्यक्ति में उसी तरह से असर कर सकता है जिस तरह से ओजेंपिक दवा करती है क्योंकि ये दोनों पेट को भरा हुआ महसूस कराने वाले हार्मोन GLP-1 को रिलीज करता है. ओजेंपिक या वीगोभी में सेमाग्लूटाइड कंपाउड मौजूद रहता है. प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी डायटीशियन मिशेल रॉदेंस्टिन ने बताया कि इनमें वो फूड भी शामिल हैं जिनमें बहुत ज्यादा प्रोटीन और फाइबर मौजूद रहता है. उन्होंने कहा कि बींस, मटर, मसूर की दाल जैसे फूड हैं जिनमें बहुत ज्यादा मात्रा में सॉल्यूबल फाइबर है. इसका मतलब है कि यह पानी में आसानी से फूल जाता है. ठीक इसी तरह से यह पेट में फूल या फैल जाएगा जिसके कारण पेट भरा हुआ महसूस होगा. ओट्स भी इसी तरह का फूड है.
अन्य फूड से भी होगा वजन कम
मिशेल ने बताया कि सॉल्यूबल फाइबर आंत में GLP-1 हार्मोन के रिलीज को बढ़ा देता है. यही कंपाउड ओजेंपिक दवा में भी होता है. यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो ने 2014 में एक रिसर्च की थी जिसमें भी यह पाया गया था कि मसूर की दाल को खाने के बाद 31 प्रतिशत ज्यादा पेट भरा हुआ महसूस होता है. इसके अलावा 2020 की एक रिसर्च के मुताबिक सॉलिड फूड की तुलना में यदि आप सूप का सेवन करते हैं तो इससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होगा. मिशेल कहती हैं कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर भूख और प्यास लगने पर एक तरह से प्रतिक्रिया देता है. यही कारण कि कभी-कभी जब आपको भूख लगती है तो आप डिहाइड्रेट हो जाते हैं. इसलिए जब आप सूप पीते हैं तो इससे पेट बहुत देर तक भरा हुआ महसूस होता है.