जिला कांगड़ा के इंदौरा क्षेत्र की बात करें तो यह पंजाब के साथ लगता मैदानी क्षेत्र है. इस कारण यहां हिमाचल के अन्य इलाकों की तुलना में गर्मी ज्यादा पड़ती है. इसी वजह से मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही गर्मी आते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों की आशंका भी रहती है. इसको लेकर लोकल 18 ने कांगड़ा जिला अस्पताल के डॉक्टर से बातचीत की.
कांगड़ा जिला अस्पताल की डॉ.रमनजोत कौर ने कि इस इलाके में गर्मी के दिनों में हर वर्ष तापमान बढ़ जाता है. इस कारण डेंगू, मलेरिया, उल्टी-दस्त और बुखार का खतरा बढ़ जाता है. अभी की अगर बात करें तो जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा इन्हीं बीमारियों के मरीज आ रहे हैं. डॉ. कौर ने बताया कि गर्मियों के दिनों में इन बीमारियों से बचने के लिए हमें कई तरह के बचाव की जरूरत होती है. इन दिनों में चूंकि तापमान अधिक रहता है, इसलिए बाहर का खाना, फास्ट-फूड, गोलगप्पे आदि से परहेज करना चाहिए. शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए ग्लूकोज, ओआरएस का सेवन भी करते रहना चाहिए. खान-पान का खास ध्यान रखा जाना इस मौसम में बेहद जरूरी है.
प्रचुर मात्रा में पानी पिएं.
दस्त होते ही तुरंत एक गिलास पानी का सेवन करें.
सामान्य ताप पर ही पानी पिए, ज्यादा गर्म व ज्यादा ठंडा पानी डायरिया के लिए ठीक नहीं है.
कैमोमाइल की चाय और नींबू की चाय पिएं.
शराब का सेवन तत्काल बंद करें.
सेब का जूस छोड़कर अन्य फलों का जूस पिएं.
तले-भुने भोजन का सेवन बंद करें.
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फ़ूड न खाएं.
दही व छाछ के अतिरिक्त अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन न करें.
जिस भोजन से गैस हो उनका सेवन न करें.
खिचड़ी और दलिया जैसा हल्का भोजन करें.
केले और सेब के जाम बनाकर खाएं.