पिछले कुछ सालों में देश में Gpay और Paytm जैसी UPI Apps का चलन काफी बढ़ गया है. एक समय था जब आपको स्कैन कर के पेमेंट करने की सुविधा मॉल या बड़े ब्रांड की दुकानों पर ही मिलती थी. लेकिन अब आपका ऑटोवाला से लेकर दूधवाला और प्रेस वाला भी यूपीआई से या किसी ऐप के जरिए पेमेंट ले लेता है. डिजिटलाइजेशन का जहां ये बदलाव काफी अच्छा है, लेकिन इसके उलटे परिणाम भी हम देख रहे हैं. 2 दिन पहले ही मुंबई के नालासोपारा के एक 18 साल के लड़के ने इसलिए आत्महत्या की क्योंकि वह साइबर फ्रॉड में 2 लाख रुपए की ठगी का शिकार हुआ. ये कोई पहली घटना नहीं है.
डिजिटल मनी इस्तेमाल करने के चलते कई लोगों ने तो पर्स ही रखना बंद कर दिया है. क्या आप भी उनमें से एक हैं? अगर हां तो आपको सतर्क होने की जरूरत है. क्योंकि ऑनलाइन पेमेंट पर बढ़ती आपकी ये निर्भरता आपके ग्रह खराब कर रही है. दिल्ली की प्रसिद्ध ज्योतिष श्रुति खरबंदा ने News18 Hindi को बताया कि कैसे ये आदत आपके राहु को खराब कर सकती है.
जरूरत से ज्यादा कुछ भी हानिकारक
श्रुति खरबंदा बताती हैं, ‘ऑनलाइन पेमेंट करना या यूपीआई एप्स इस्तेमाल करना अच्छा है लेकिन एक संस्कृति की उक्ति है, ‘अति सर्वत्र वर्जते’ यानी किसी भी चीज की अधिकता हमेशा हानिकारक होती है. ज्योतिष और वास्तु ऐसी विद्या हैं जो आपके आहार, व्यवहार, और विचार पर आधारित हैं. इसे ऐसे समझें कि सिर्फ और सिर्फ यूपीआई ऐप्स पर निर्भर हो जाना सही नहीं है. दरअसल ऐसा कर के आप राहु की नेगेटिविटी बढ़ा रहे हैं क्योंकि ये ऐप्स दरअसल टेक्नोलॉजी है.
ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार
आपने देखा होगा कि आजकल कई लोग ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. यही राहु के दुष्प्रभाव हैं, क्योंकि आप टेक्नोलॉजी पर निर्भरता बढ़ा रहे हैं. जब राहु की नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है तो भ्रम की स्थिति पैदा होती है. कई बार आपको 100 रुपए भेजने हैं, पर आप 1000 भेज देते हैं या 1000 रुपए भेजने हो तो उसकी जगह 10,000 चले जाते हैं. इसी भ्रम की स्थति में आप गलत पेमेंट करते हैं या जरूरत से ज्यादा चीजें खरीदते हैं, बिना सोचे समझे. आप ऑनलाइन में जरूरत से ज्यादा शॉपिंग करते हैं.