पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. भगवान मंत्री ने बताया कि बीड़ी और सिगरेट पीना सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. इन दोनों ही चीजों से निकलने वाला धुआं फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित करता है. बीड़ी और सिगरेट दोनों में निकोटीन की मात्रा होती है, जिससे स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

डॉक्टर की मानें तो कई मेडिकल कैल्कुलेशन में 1 बीड़ी को 2 सिगरेट के बराबर घातक माना जाता है. निकोटीन कंसंट्रेशन, हाइड्रोकार्बन तत्व और केमिकल्स के आधार पर यह माना जा सकता है कि बीड़ी सिगरेट से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है. इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थ सिगरेट की तुलना में लो क्वालिटी के होते हैं.

ज्यादा बीड़ी पीने से इसमें मौजूद खतरनाक तत्व हमारे फेफड़ों में जल्दी जमा हो जाते हैं. इससे सांस की नलियां सिकुड़ जाती हैं. कई लोगों को इसकी वजह से ऑब्सट्रक्टिव डिजीज समेत कैंसर जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती हैं. हालांकि सिगरेट पीने से भी ये सभी समस्याएं हो सकती हैं और फेफड़े खराब हो सकते हैं.

एक्सपर्ट कहते हैं कि दोनों ही चीजों में से किसी को भी फायदेमंद मानना सही नहीं होगा. कई रिसर्च में बीड़ी और सिगरेट दोनों को बराबर नुकसानदायक माना गया है. दरअसल लंबे समय तक बीड़ी और सिगरेट पीने से सांस की नलियां सिकुड़ जाती हैं और बलगम की समस्या पैदा हो जाती है. बीड़ी और सिगरेट दोनों ही छोड़ने में भलाई है.

सिर्फ बीड़ी और सिगरेट ही नहीं, बल्कि स्मोकिंग करने वाली सभी चीजें हमारे फेफड़ों और हार्ट हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित करती हैं. हर तरह की स्मोकिंग सेहत के लिए खतरनाक होती है. जो लोग एक चीज को दूसरी से बेहतर मानकर इस्तेमाल करते हैं, उन्हें तुरंत सावधान होने की जरूरत है.

पल्मोनोलॉजिस्ट कहते हैं कि कई बार उनके बाद ऐसे मरीज भी पहुंचते हैं, जिन्हें बिना बीड़ी-सिगरेट पिए इस तरह की समस्याएं हो जाती हैं. इसकी वजह अत्यधिक एयर पॉल्यूशन है. जहरीली हवा में रहने से भी लोगों के फेफड़े बुरी तरह प्रभावित होते हैं और सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है.