पसीना हेल्थ के लिए आमतौर पर बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि पसीने के माध्यम से शरीर के अंदर बना टॉक्सिन निकल जाता है. थोड़ा-बहुत मेहनत करने पर पसीना आना आम बात है. इससे कोई परेशानी नहीं होती है लेकिन अगर हल्का मेहनत करने के बाद भी पसीना आ जाए या बाहर निकलते ही पसीने से तर बतर हो जाए तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि इसके कई गंभीर कारण हो सकते हैं. यहां तक कि कैंसर की वजह से भी शरीर में ज्यादा पसीना आ सकता है. शरीर में ज्यादा पसीना आने की बीमारी को हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) कहते हैं. हालांकि अगर यह ज्यादा गर्मी, ज्यादा एक्सरसाइज करने से आ रहा है तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन पसीना इतना आ रहा है कि कपड़े भींग जाए और हाथों से पोछकर इसे निकालना पड़े तो यह चिंता की बात है.
ज्यादा पसीना आने के कारण
पसीना इसलिए आता है ताकि शरीर खुद को ठंडा रख सके. जब शरीर का तापमान बढ़ता है तो नर्वस सिस्टम अपने आप स्वेट ग्लैंड को पसीना बनाने के लिए संदेश देता है. बीमारी होने पर इसी नर्व में दिक्कत हो जाती है जिसके कारण पसीने वाले ग्लैंड से ज्यादा पसीना निकलने लगता है. इसके लिए कई बीमारियां जिम्मेदार हो सकती है. अगर डायबिटीज है तो इस स्थिति में ये नर्व खराब हो सकते हैं. इसके अलावा महिलाओं में मेनोपॉज के बाद यह हॉट फ्लैशेज के रूप में भी निकल सकता है. इसके अलावा कुछ कैंसर की बीमारी में, थायराइड की दिक्कत में और नर्वस सिस्टम की खराबी में और इंफेक्शन की स्थिति में भी ज्यादा पसीना आ सकता है.
कब जाएं डॉक्टर के पास
अगर ज्यादा पसीना के कारण आपका दिन खराब होने लगे, डेली रूटीन को प्रभावित करें तो इसे हल्के में न लें. ऐसा होने पर डॉक्टर के पास जाएं. इसके अलावा बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण ग्रुप में आपको शर्मिंदगी झेलनी पड़े, आप सामाजिक रूप से पसीने के कारण अलगाव महसूस कर रहे हैं, सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा पसीना आए और रात में भी पसीना न रूके तो इस स्थिति में आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए.