Zomato के शेयरों में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है।
विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी के शेयरों की कीमत यहां से 50% तक बढ़ सकती है। इसका प्रमुख कारण Zomato की लगातार बढ़ती हुई कमाई और उसके ताज़ा तिमाही परिणामों में दिखा शानदार प्रदर्शन है। आइए जानते हैं इसके प्रमुख कारण और क्या कह रहे हैं विश्लेषक।
तिमाही नतीजे और कमाई में तेजी
Zomato ने हाल ही में अपने जून तिमाही के परिणामों की घोषणा की, जिसमें कंपनी ने 253 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ मात्र 2 करोड़ रुपये था। कंपनी का राजस्व 74% की सालाना वृद्धि के साथ 4,206 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। इस शानदार प्रदर्शन ने विश्लेषकों को अपने टारगेट प्राइस बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।
विश्लेषकों की राय
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के निखिल चौधरी और पार्थ गिया ने Zomato के शेयरों को ‘बाय’ रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 245 रुपये से बढ़ाकर 285 रुपये कर दिया है। उनका कहना है कि Zomato का लाभप्रदता पथ उम्मीद से जल्दी हासिल हो सकता है और कंपनी का मैनेजमेंट ग्रोथ अंबिशन को बनाए रख रहा है।
शेयर बाजार में उछाल
Zomato के शेयर की कीमत 19% बढ़कर 278.45 रुपये प्रति शेयर के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गई। BSI और NSI पर लगभग 258.51 मिलियन शेयरों का लेन-देन हुआ।
Zomato के वर्टिकल्स में वृद्धि
Zomato के सभी वर्टिकल्स में लगातार वृद्धि देखने को मिली है। फूड डिलीवरी में 11.7%, हाइपरप्योर में 27.4%, क्विक कॉमर्स में 22.5% और गोइंग आउट में 2.2% की वृद्धि हुई। फूड डिलीवरी सेगमेंट का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 10% और साल-दर-साल (YoY) 27% बढ़कर लगभग 9,260 करोड़ रुपये हो गया।
ब्लिंकिट का प्रदर्शन
ब्लिंकिट के GOV में QoQ 22.2% की वृद्धि होकर 4,920 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका समायोजित एबिटडा ब्रेकईवन स्तर पर बना रहा। फूड डिलीवरी के लिए योगदान मार्जिन QoQ 20 बेसिस पॉइंट्स गिरकर 7.3% हो गया, जबकि ब्लिंकिट के लिए यह 10 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 4% हो गया।
विश्लेषकों का मानना है कि ज़ोमैटो का फूड डिलीवरी बिजनेस एक मजबूत नींव पर खड़ा है और इसका GOV CAGR सालाना 25% की दर से अगले दो से तीन साल तक बढ़ता रहेगा। यह वृद्धि मुख्य रूप से अधिक परिपक्व समूह से बढ़ती ऑर्डरिंग फ्रीक्वेंसी और मासिक “एक्टिव” यूज़र्स के मासिक ट्रांज़ैक्टिंग यूज़र्स में स्थिर परिवर्तन से प्रेरित होगी।
ब्लिंकिट: एक छुपा हुआ रत्न
ब्लिंकिट की कम पेनिट्रेशन स्तरों को देखते हुए, प्रबंधन इसका स्टोर डेंसिटी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) तक स्टोर काउंट को लगभग 4 गुना बढ़ाकर 2,000 करने की योजना है, जो FY24 में 524 और FY25 में लक्षित 1,000 के मुकाबले है।
ब्रोकरेज हाउस की राय
नोमुरा के अभिषेक भंडारी और क्रिश बेरीवाल का मानना है कि Zomato का क्विक कॉमर्स वर्टिकल FY25-26 में 100-110% YoY वृद्धि करेगा। उन्होंने ‘बाय’ रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 225 रुपये से बढ़ाकर 280 रुपये कर दिया है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का मानना है कि ब्लिंकिट का GOV ज़ोमैटो के फेयर वैल्यू को सबसे महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा।
अन्य विश्लेषकों की राय
CLSA ने ‘बाय’ रेटिंग के साथ ज़ोमैटो का टारगेट प्राइस 350 रुपये रखा है। UBS (बाय, TP: 260 रुपये), सिटी (बाय, TP: 280 रुपये), गोल्डमैन सैक्स (बाय, TP: 280 रुपये), बर्नस्टीन (आउटपरफॉर्म, TP: 275 रुपये), मॉर्गन स्टेनली (ओवरवेट, TP: 278 रुपये) ने भी Zomato के शेयरों पर अपनी सकारात्मक राय दी है।
Zomato के शेयरों में आगामी साल में उछाल की उम्मीद कई विश्लेषकों ने जताई है। कंपनी के मजबूत तिमाही परिणाम, विभिन्न वर्टिकल्स में वृद्धि, और भविष्य की संभावनाओं ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। ऐसे में Zomato के शेयर निवेश के लिए एक आकर्षक विकल्प साबित हो सकते हैं।