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बठिंडाएक घंटा पहले
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जिले में शनिवार को कोरोना संक्रमित 3 मरीजों की मौत हो गई जबकि 26 नए संक्रमित मिले हैं। हालांकि कुछ दिन पहले कोरोना से मौतों का सिलसिला थम गया था, लेकिन पिछले दो दिनों से निरंतर मौतें हो रही हैं। वीरवार को तीन व शुक्रवार को भी तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। वहीं 47 लोगों ने कोरोना को मात भी दी है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब 5667 हो गई है। अब तक 7077 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। एक्टिव मामलों की संख्या 338 है। बदलते मौसम में इस समय बुखार, बदन दर्द, खांसी में बलगम सर्दी, जुकाम होना आम बात है। मौसम के कारण हुई एलर्जी और कोरोना संक्रमण के लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं। कोविड-19 सैंपलिंग के जिला नोडल अफसर व जिला डेंटल अफसर डा. नरेश सिंगला का कहना है कि अधिकतर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि यह कैसे पता लगाया जाए कि सामान्य जुकाम बुखार है, या कोरोना।
लक्षणों के आधार पर पता लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण के लक्षण है या फ्लू के। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है। इस पर कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य संबंधी सलाह ले सकता है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भले ही कम हुई हो, मगर अभी यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। माहिरों के अनुसार मौसमी बीमारियों के बीच यह संक्रमण छुपा हो सकता है, इसके लिए सभी को सतर्क रहना है। नोडल अफसर डा. नरेश सिंगला ने बताया कि यदि किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं और सर्दी बुखार है तो घबराने की जरूरत नहीं।
एक मृतक लुधियाना, दूसरा फरीदकोट में था एडमिट
58 वर्षीय पवन कुमार लुधियाना के सीएमसी अस्पताल में दाखिल थे। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियरों ने उनका अंतिम संस्कार किया। स्व. पवन कुमार नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वाइस चेयरमैन रोहित गर्ग के ससुर थे। उनकी मौत से पर समूह धार्मिक व समाज सेवी संगठनों व राजनीतिक नेताओं ने दुख प्रकट किया है।
55 वर्षीय महिला की फरीदकोट मेडिकल कालेज में शुक्रवार को मौत हो गई। बठिंडा की आवा बस्ती की रहने वाली महिला शुगर व हार्ट की बीमारी से पीड़ित थी। जिला प्रशासन की सूचना पर सहारा जनसेवा जनसेवा के जग्गा, अर्जुन कुमार व स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी अनिल कुमार एंबुलेंस लेकर फरीदकोट पहुंचे। दाना मंडी राम बाग में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
कोरोना वायरस व फ्लू में अंतर
कोविड-19 सैंपलिंग जिला नोडल अफसर डा. नरेश सिंगला ने बताया कि कोरोना में लगातार बुखार के साथ सूखी खांसी, गले में दर्द व खराश, स्वाद-गंध महसूस न होना, उल्टी आदि परेशानी होती हैं। मौसमी फ्लू में नाक व आंख से पानी, छींके, बुखार होता है, मगर स्वाद-गंध महसूस होती है। नाक बहना, हल्का बलगम, थकान, छींक आना, आंखों से पानी आना, गले में खराश होना आदि को खत्म करने के लिए व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता ही काफी है। यदि संक्रमित के संपर्क में नहीं आए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन संबंधित डाक्टर को अवश्य दिखाएं।
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