बॉलीवुड में एक ऐसा सिंगर रहा है जिसने साल 1940 से1987 के बीच के अपने करियर के दौरान करीब 2700 से अधिक गाने गाए. हिन्दी के साथ ही तमिल, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम और उड़िया फिल्मों के लिए भी लगभग 700 गीत गाए. इसके साथ ही करीब 81 फिल्मों में अभिनय किया और 18 फिल्मों का बतौर निर्देशक निर्देशन भी किया. हालांकि वह दर्शकों के बीच बतौर एक महान सिंगर काफी फेमस हैं. वह अपने समय के लिए भारतीय सिनेमा के स्वर रत्न माने जाते हैं.
उस सिंगर के आगे अशोक कुमार, गुरु दत्त , देव आनन्द, सुनील दत्त, राज कपूर, राज कुमार, मनोज कुमार, दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन जैसे सुपरस्टार्स काफी मामूली लगते थे. इतना ही नहीं उस जमाने के फिल्म डायरेक्टर-प्रोड्यूसर्स उसे अपनी फिल्मों में कास्ट करने के लिए बेताब रहते हैं. उस सिंगर के घर के आगे-पीछे मंडराते रहते थे.
किशोर कुमार का जलवा 5 दशक तक चला था. उन्होंने अपनी सिंगिग करियर की शुरुआत किशोर कुमार की शुरुआत साल 1948 में बनी फिल्म ‘जिद्दी’ से की थी. जिसमें उन्होंने देव आनन्द के लिए पहला गाना गाया था. जबकि एक अभिनेता के रूप में फ़िल्म ‘शिकारी’ (1946) से की. इस फिल्म में उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने प्रमुख भूमिका निभाई थी. साल 1961 में आई फिल्म ‘झुमरु’ उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था.