आम- फलों के राज आम में विटामिन सी, पॉलीफेनॉल और कैरोटीनॉयड होते हैं, जो सूजन को कम करने और हड्डियों की समस्याओं को बचाने में मदद कर सकते हैं. यदि आपको डायबिटीज नहीं है तो आप आम का सेवन सीमित मात्रा में कर सकते हैं.

स्ट्रॉबेरी- घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले मोटापे से ग्रस्त वयस्कों में सूजन और उपास्थि क्षति (cartilage damage) के खिलाफ शक्तिशाली रूप से असर दिखाता है. शोध के अनुसार, विटामिन सी से भरपूर स्ट्रॉबेरी सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) को कम करते हैं, जो गठिया और हृदय रोग से जुड़ा एक इंफ्लेमेशन मार्कर है.

टार्ट चेरी- चेरी एक बेहद ही टेस्टी फल है. इन्हें अपना गहरा लाल रंग और कई शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट फायदे फ्लेवोनॉएड एंथोसायनिन से प्राप्त होता है.

लाल रसभरी- इस फल में विटामिन सी और एंथोसायनिन सबसे अधिक मात्रा में होता है. अध्ययनों से पता चलता है कि फल का अर्क सूजन और ऑस्टियो-अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करता है. ऐसे में आप रेड रैस्पबेरीज का सेवन कर सकते हैं. ये खट्टा फल है, जिसे खाने से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है.

तरबूज- तरबूज में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. गर्मी के मौसम में ये फल खूब मिलता है. अध्ययनों से पता चलता है कि यह सीआरपी को कम करता है. इसमें कैरोटीनॉयड बीटा-क्रिप्टोक्सैन्थिन उच्च मात्रा में होता है, जो रुमेटॉइड अर्थराइटिस के खतरे को कम कर सकता है.

लाल-काले अंगूर- अंगूर फायदेमंद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पॉलीफेनॉल्स का एक बड़ा स्रोत है. ताजे लाल और काले अंगूरों में रेस्वेराट्रॉल भी होता है, जो एक शक्तिशाली सूजन रोधी है.

अनार- ये फल पॉलीफेनोलिक यौगिकों से भरपूर होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी एक्टिविटीज होती हैं, जो सूजन और टेंडर ज्वाइंट्स, दर्द की तीव्रता और ईएसआर लेवल में मदद कर सकता है. आपको भी अर्थराइटिस, ज्वाइंट पेन की समस्या है तो आप डेली डाइट में इन सभी फलों को शामिल करके अर्थराइटिस के लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं. आप इसके लिए हेल्थ एक्सपर्ट की राय भी जरूर ले लें.