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सभ्य समाज में संवेदनशील व जागरूक इंसान बनाना शिक्षा का मुख्य उद्देश्य : प्रो. जगबीर सिंह

सभ्य समाज में संवेदनशील व जागरूक इंसान बनाना शिक्षा का मुख्य उद्देश्य : प्रो. जगबीर सिंह
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस ने, एमबीए व एमकॉम के, नवागन्तुक विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय “इंडक्शन-प्रोग्राम” का आयोजन किया। कार्यक्रम में, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन प्रोफेसर जगबीर सिंह मुख्यातिथि एवं कुलसचिव प्रोफ़ेसर अवनीश वर्मा व शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर हरभजन बंसल इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज व एचएसबी की डीन प्रोफ़ेसर शबनम सक्सेना ने, अपने अपने सन्देश में, जहाँ नवागन्तुक विद्यार्थियों को शुभकामनाएं सम्प्रेषित की वहीँ टीम-एचएसबी को सफल आयोजन के लिए बधाई दी है।
इस समारोह के मुख्यअतिथि हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन प्रोफेसर जगबीर सिंह, ने अपने सम्बोधन में कहा कि एक सभ्य समाज में संवेदनशील, ज्ञानप्रद व जागरूक इंसान बनाना उच्चतर शिक्षा का मुख्य उद्देश्य होता है ताक़ि वे देश व समाज के लिए एक बहुमूल्य धरोहर के रूप में स्वयं को स्थापित करते हुए अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें। उन्होंने सभी नवागन्तुक विद्यार्थियों को इस प्रगतिशील विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए जहाँ एक ओर बधाई व शुभकामनाएँ दी, वहीँ दूसरी ओर यह आह्वान भी किया कि विद्यार्थियों को देश व समाज की अपेक्षाओं के मद्देनजर कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि वे अपना, उन्होंने कहा कि मात्र विषय को पढ़ लेने से आप एक सभ्य मनुष्य नहीं बनेंगे, परंतु यदि आप समाज से मिलते हैं और सामाजिक कार्य में लगते हैं आप अपना शारीरिक, मानसिक, नैतिक, एवं आध्यात्मिक विकास करने में सफल होते है तो वोही जीवन में वास्तविक सफलता है।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आजकल उद्यमी छात्रों को किताबों के ज्ञान के अलावा अन्य कौशल जैसे राष्ट्रीय आधारभूत व बौद्धिक संसाधनों का सदुपयोग करना, विषम स्थितियों को सफलतापूर्वक हैंडल करना, प्रभावशाली बोलने व बातचीत करने का कौशल सीखना व सकारात्मकता व रचनात्मकता सोच विकसित करना, इत्यादि। हर नियोक्ता व उद्यमकर्त्ता ऐसे बच्चों को ही अपनी कंपनी में आने का मौका देता है, जिनके पास केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि कुछ रचनात्मक और अलग हटकर बेहतर करने की विशेष स्किल्स होती हैं। इस वजह से आज के समय में एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग बहुत जरूरी है। इससे छात्रों के आत्मविश्वास का निर्माण होता है और वे कहीं पर भी खुद को साबित कर सकते हैं कि वे कितने काबिल हैं। अन्त में उन्होंने सभी विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उन्हें हार्दिक शुभकामनाएँ दी।
इस मौके पर, अपने सम्बोधन में, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर अवनीश वर्मा ने सभी विद्यार्थियों को भारतीय मूल्यों व नैतिक आदर्शों को अपनाने के लिए आह्वान किया तथा यह भी विश्वास दिलाया कि लगातार शैक्षणिक प्रगति के पथ पर बढ़ता हुआ व नैक द्वारा तीन बार “ऐ” ग्रेड प्राप्त, यह विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों की सभी अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है तथा सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। उन्होंने ने आगे बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में शॉपिंग कंपलेक्स है जिसके अंदर बैंक फोटोस्टेट व खाद्य पदार्थ की दुकानें हैं विश्वविद्यालय परिसर में कैफेटेरिया, अब्दुल कलाम इन्नोवेशन सेंटर , स्पोर्ट्स ग्राउंड इत्यादि हैं जिनका आप भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
शैक्षणिक मामलों की अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर हरभजन बंसल ने अपने सम्बोधन में बताया कि एचएसबी के पाठ्यक्रमों को गत वर्ष पुनर्गठित किया गया है तथा विद्यार्थियों के लिए अधिक उपयोगी साबित करने के लिए आउटकम बेस्ड एडुकेशन व क्रेडिट चॉइस बेस्ड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि एचएसबी के विद्यार्थियों के लिए व्यक्तित्व विकास व सॉफ्ट स्किल्स डेवलोपमेन्ट के मद्देनजर अनेकों एक्टिविटीज़ का आयोजन किया जाता है जो विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध हो रहा है और इन सब एक्टिविटीज़ में विद्यार्थियों द्वारा बढ़ चढ़कर भागीदारी की जाती है जो इस बिज़नेस स्कूल को अलग श्रेणी में लाकर स्थपित करती है। अतः सभी नवागन्तुक विद्यार्थियों को इन सभी अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए व जीवन में अच्छी प्रेरणा के लिए उत्सुकता से अग्रेषित रहना चाहिए। उन्होंने सभी नवागन्तुक विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दी।
अपने स्वागत भाषण में हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रोफ़ेसर कर्मपाल नरवाल ने सभी आमंत्रित महमानों व नवागन्तुक विद्यार्थियों का अभिनंदन करते हुए इस बात का उल्लेख किया कि हरियाणा स्कूल ऑफ़ बिज़नेस में 40 से अधिक शिक्षकों, 250 से अधिक शोधार्थियों व 525 से अधिक विद्यार्थियों की अर्थात 800 से अधिक लोगों की एक सशक्त टीम है जिसे सामान्यतः “टीम-एचएसबी” कहते हैं। टीमवर्क का यह व्यवहारिक कॉन्सेप्ट इस बिज़नेस स्कूल को एक श्रेष्ठ शिक्षण संस्थान की श्रेणी में अग्रेषित करता है। उन्होंने कहा कि यहाँ विद्यार्थियों को अपने शिक्षकों के साथ टीमवर्क में रहकर सभी शैक्षणिक, को-कुरीकुलर व एक्स्ट्रा को-कुरीकुलर एक्टिविटीज़ के माध्यम से व्यवसायिक व प्रबंधन शिक्षण-प्रशिक्षण प्रकिर्या का पूर्वनियोजित व सुनियोजित ढंग से निष्पादन किया जाता है।
प्रोफ़ेसर कर्मपाल नरवाल ने बताया कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में बिजनेस एनालिटिक्स स्पेशलाइजेशन की शुरुआत की है जोकि आने वाले समय में उद्यमों की मांग है। सभी विद्यार्थियों को पहले दिन ही विश्वविद्यालय के बारे में, एचएसबी के बारे में, टाइम-टेबल के बारे में, स्कीम व सिलेबस के बारे में तथा बुक्स के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है तथा इन सभी की डिजिटल कॉपी भी व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सम्प्रेषित कर दी गई है ताक़ि विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास लगाने में व अपनी पढ़ाई सुचारू रखने में कोई परेशानी ना हो। उन्होंने सभी नवागन्तुक विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करने व अनुशासन में रहकर अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुई, कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में, कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर दलबीर सिंह ने इंडक्शन प्रोग्राम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए सभी नवागन्तुक विद्यार्थियों को इस विश्वविद्यालय एवं विभाग की शैक्षणिक संस्कृति को पूर्णतः अपनाने का आह्वान किया व मात्र पच्चीस वर्षों में इस विश्वविद्यालय द्वारा हासिल किए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुकाम के बारे में संक्षेप में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को हरियाणा स्कूल में रहते हुए यथासंभव प्रबंधन कौशल्य निखारने के तौर तरीकों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि आज का यह कार्यक्रम पूर्णतः विद्यार्थियों द्वारा ही विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया है जो एचएसबी के विद्यार्थियों में समर्पित टीम-भावना का द्योतक है।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में, यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरियन डॉ विनोद कुमार ने यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी के बारे में अवगत कराया तथा इस मौके पर उन्होंने बताया कि आप कैसे लाइब्रेरी कार्ड बनवा सकते हैं और यूनिवर्सिटी की ई लाइब्रेरी सुविधा के बारे में भी बताया। प्रोफेसर राकेश बेहमनी,चीफ वार्डन बॉयज हॉस्टल ने हॉस्टल के बारे में बताया कि बच्चे कैसे हॉस्टल अप्लाई कर सकते हैं तथा हॉस्टल में दी जा रही अनेकों सुविधाओं के बारे में अवगत कराया। यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रोफेसर विनोद कुमार विश्नोई ने विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने के लिए कहा और उन्हें ऑफिस के नंबर दिए जहां विद्यार्थी अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी हमेशा विद्यार्थियों के हित में काम करती रहेगी वह इसी के साथ उन्हें अपने नए सत्र के लिए शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर दीपा मंगला ने बच्चों को डीएसडब्ल्यू के द्वारा की जा रही अनेकों क्लब व गतिविधियों के बारे में अवगत कराया व इनमें भाग लेने के लिए उन्हें प्रेरित किया। अंत में उन्होंने हरिवंश राय बच्चन की एक कविता के माध्यम से बच्चों को उत्साहित किया।
इस कार्यक्रम के तीसरे व अंतिम सत्र में, एचएसबी में एमबीए व एमकॉम के कोर्स कोऑर्डिनेटर ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए आश्वस्त किया कि उन्हें शैक्षणिक व व्यक्तित्व विकास की इस दो वर्षीय यात्रा में, किसी तरह की कोई तकलीफ़ नहीँ होने दी जायेगी कार्यक्रम के अंत में, प्रोफेसर दलबीर सिंह एवं डॉ मनी श्रेष्ठ ने सभी का धन्यवाद दिया और नवागन्तुक विद्यार्थियों को बधाई व शुभकामनाएँ दी। आज के इस इंडक्शन कार्यक्रम में, हरियाणा स्कूल ऑफ़ बिज़नेस के वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर हरभजन बंसल, प्रोफेसर एमसी गर्ग, प्रोफेसर प्रदीप गुप्ता, प्रोफेसर अनिल कुमार, प्रोफेसर संजीव कुमार, प्रोफेसर तिलक शेट्टी, प्रोफेसर टीकाराम, प्रोफेसर सुरेश कुमार मित्तल, प्रोफेसर दीपा मंगला, प्रोफेसर खजान, प्रोफ़ेसर उबा सविता, डॉ राजीव कुमार, डॉ हिमानी शर्मा, डॉ वनिता अहलावत, डॉ वंदना सिंह, डॉ विजेंदर पाल सैनी, डॉ सुरेश कुमार बाकर, डॉ कोमल डांडा, डॉ अंजली गुप्ता,डॉ प्रमोद, डॉ विवेक कुमार, डॉ पूजा गोयल, डॉ प्रेरणा टुटेजा समेत सभी शिक्षकगण व कर्मचारियों के साथ साथ 300 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित रहे।