केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 19 मार्च को कहा कि पहली ‘मेड इन इंडिया’ चिप दिसंबर 2024 तक बाजार में उपलब्ध होगी. वह न्यूज18 नेटवर्क के लीडरशिप इवेंट, ‘न्यूज18 राइजिंग भारत समिट’ में बोल रहे थे. बता दें कि यह समिट 19 और 20 मार्च को नई दिल्ली में चल रही है. अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि देश इलेक्ट्रॉनिक्स हब बन गया है. मंत्री ने कहा कि भारत से लगभग 1 अरब डॉलर मूल्य के दूरसंचार उपकरण निर्यात किए जा रहे हैं.
पिछले हफ्ते, मंत्री ने कहा था कि गुजरात के धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और सीजी पावर के चिप विनिर्माण संयंत्र से भारत में निर्मित पहला चिप 2026 के अंत तक बाजार में आ जाएगा. प्लांट के उद्घाटन समारोह में वैष्णव ने कहा, “धोलेरा से पहली चिप दिसंबर 2026 में आएगी. माइक्रोन के प्लांट से चिप दिसंबर 2024 तक आएगी. देश 2029 तक दुनिया के टॉप 5 चिप इकोसिस्टम में से एक होगा.”
रेलवे पर क्या-क्या कहा?
रेलवे पर उन्होंने दावा किया कि 2014 से पहले इस क्षेत्र का इस्तेमाल एक राजनीतिक उपकरण के रूप में किया जाता था. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों में भारतीय रेलवे के विकास की नींव तैयार की है. अश्विनी वैष्णव ने कहा, ”रेलवे कर्मचारी भारतीय रेलवे की भविष्य की योजना को लेकर बहुत खुश हैं.”
रेल मंत्री ने ‘राइजिंग भारत’ में कहा कि 2 साल बाद देश में बुलेट ट्रेन हकीकत बन जाएगी. तैयारियां बहुत तेजी से चल रही हैं और 2026 में बुलेट ट्रेन को चला दिया जाएगा. रेलमंत्री ने भारतीय रेलवे में आ रहे बदलावों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सरकार का सबसे बड़ा उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा है.
रेल मंत्री ने बताया कि बुलेट ट्रेन के ट्रैक का 284 किलोमीटर काम पूरा हो चुका है. यह आंकड़ा 10-12 दिन पहले का है, जब मैंने रिव्यू किया था. दूसरे देशों में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पूरा करने में 20 साल लग जाते हैं, लेकिन आप भारत में देखिए.