बाल भवन में कमबख्त इश्क नाटक का मंचन : कलाकाराें ने बुजुर्गाें और उनके बच्चाें के बीच कम हाेती दूरी काे दर्शाकर तालियां बटाेरी कलाकाराें ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकाें का मनमाेहा

बाल भवन में कमबख्त इश्क नाटक का मंचन : कलाकाराें ने बुजुर्गाें और उनके बच्चाें के बीच कम हाेती दूरी काे दर्शाकर तालियां बटाेरी कलाकाराें ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकाें का मनमाेहा
बाल भवन में चल रहे ओपन माइक इवेंट के तहत रविवार काे नट सम्राट थियेटर के ग्रुप दिल्ली के तत्वावधान में कमबख्त इश्क नामक नाटक का मंचन किया गया। नाटक के माध्यम से कलाकाराें ने बुजुर्गाें और बच्चाें के बीच की कम हाेती दूरी काे बखूबी दर्शाया। संदेश दिया गया कि बुजुर्ग अवस्था में पहुंचने पर बुजुर्गाें का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। उन्हें उनकी जिंदगी जीने की भी छूट देनी चाहिए, ताकि वह डिप्रेशन आदि का शिकार नहीं हाे।
निर्देशक श्याम कुमार और मुनमुन ने बताया कि नाटक में दाे बुजुर्गाें की कहानी दर्शाई गई। दाेनाें एक दूसरे से इश्क कर बैठते हैं। मगर उनके बच्चे इश्क काे मानने से इनकार कर देते हैं। बुजुर्गाें पर बच्चे काेई ध्यान नहीं देते। हालांकि अंत में बुजुर्गाें की परेशानी काे देखते हुए परिजन दाेनाें की शादी करने काे तैयार हाे जाते हैं। नाटक में मुनमुन ने बुजुर्ग राधा की भूमिका निभा कर हर किसी का मनमाेह लिया। एक बुजुर्ग के बेटे जय का किरदार संजय ने निभाकर सराहना पाई। इसी तरह डाॅक्टर भट्ट की भूमिका में डाॅ. अनिल रहे।