छोटे बच्चों को रहता है हीट स्ट्रोक का ज्यादा खतरा, जल्द होते है बीमार

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गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ों को कई बीमारियां होने के चांस बढ़ जाते हैं. जिससे बचने के लिए हमे सतर्क रहना बेहद जरूरी होता है. वैसे तो छोटे बच्चों के लिए हर मौसम में कोई न कोई खतरा बना रहता है, लेकिन गर्मी का मौसम बेहद खतरनाक है. इस मौसम में नवजात बच्चों से लेकर स्कूली बच्चों के लिए विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, तो आइए इस रिपोर्ट में हम जानते है कि किन बातों का ख्याल रखना है जरूरी.

मेदिनिराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सक शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ० गौरव विशाल ने लोकल18 को बताया कि गर्मी के मौसम में कई बीमारियां होने के चांस बढ़ जाते हैं. ऐसे में बच्चों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. गर्मी बढ़ने से तापमान भी बढ़ता है. जिससे बच्चे हाइपरथर्मिया के शिकार हो सकते हैं. यह बीमारी सामान्य तौर पर मौसम में बदलाव, तापमान में उतार चढाव और बहुत ज्यादा थकान होने से भी होती है. जिससे बचने के लिए हमे लिक्विड डाइट को ज्यादा लेने की जरूरत है. इसके अलावा बच्चे को अगर हम कहीं बाहर ले जा रहे हैं तो उनके पूरे बदन को सूती कपड़े से ढक कर रखें. स्कूली बच्चे अपने सिर को ढककर स्कूल जाएं और बस में भी सिर को ढके रखें. खाने पीने में लिक्विड डाइट और इलेक्ट्रोल रिच वाटर जैसे नींबू पानी, नींबू नमक पानी, नारियल पानी जैसे चीजों का सेवन करें.

गर्मी के मौसम में हाइपरथर्मिया के आते हैं 30 से 35 केस
डॉक्टर ने बताया कि गर्मी के मौसम में हाइपरथर्मिया के कई केस आते हैं. पलामू जिले में गर्मी बहुत ज्यादा पड़ती है. जिस कारण यहां हर महीने लगभग 30 से 35 केस आते हैं. इससे बचने के लिए जो बच्चे स्तनपान पर हैं उन्हें हर आधे घंटे पर स्तन पान कराते रहें. दूध पिलाने वाली महिला लिक्विड डाइट का सेवन करें.अपने साथ साथ अपने शिशु के लिए भी एक्स्ट्रा लिक्विड डाइट का सेवन करें, ताकि बच्चों को इससे बचाया जा सके. बच्चे को ऐसे कमरे में रखें जहां का तापमान सामान्य हो. तापमान बढ़ने पर बच्चे के पूरे बदन को गीले कपड़े से पोछते रहें. इससे गर्मी और लू लगने के चांस कम हो जाते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से कम रहे.

उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में नवजात बच्चों का पसीना नहीं निकलता है. जिसका कारण है कि नवजात बच्चों का थर्मो रेगुलेशन डेवलप नहीं होता है. ऐसे में उन्हें गर्मी लगी तो ये जरूरी नहीं की पसीना निकल पाए. ऐसे में ज्यादा गर्मी पड़ने पर बच्चों के शरीर को पोछते रहें. ऐसा नहीं करने पर हिट स्टॉक होने के चांस बढ़ जाते हैं. जिससे बच्चा बेहोश हो सकता है. इसका एक मात्र उपाय है कि बच्चे को लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे. क्योंकि हिट स्टॉक लगना बच्चे के लिए क्रिटिकल सिचुएशन है. इसके अलावा गर्मी के मौसम में बच्चों को हिट एग्जॉशन भी होता है. इस गर्मी में शरीर गर्म होकर सुस्त पड़ जाता है. जिससे बचने के लिए बच्चों को ओ आर एस पिलाते रहें और समय रहते अस्पताल पहुंचे.

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