प्रोटीन सप्लीमेंट को लोग इसलिए लेते हैं ताकि शरीर में इसकी कमी खत्म हो जाए और शरीर में ताकत बढ़े लेकिन क्या होगा यदि आपका प्रोटीन सप्लीमेंट फायदा पहुंचाने की जगह बीमार ही कर दें. दरअसल, मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रोटीन सप्लीमेंट में इतने ज्यादा टॉक्सिन होते हैं कि यदि आपको पता चल जाए तो आप माथा पीट लेंगे. रिसर्च में भारत में उपलब्ध 36 प्रोटीन सप्लीमेंट का लैब टेस्ट किया गया जिनमें कई तरह के टॉक्सिन, पेस्टीसाइड और हैवी मेटल पाया गया. यहां तक कि इनमें खतरनाक लेड, आर्सेनिक और क्रोमियम जैसे तत्व भी मिले.
36 प्रोटीन सप्लीमेंट का लैब टेस्ट
इस रिसर्च के मुताबिक भारत में प्रोटीन सप्लीमेंट में इसके टैबलेट, शेक और पाउडर बाजार में मिलते हैं. इनमें से 36 बड़े प्रोडक्ट का लैब टेस्ट किया गया. इनमें से अधिकांश हर्बल प्रोडक्ट शामिल था. खासकर जो प्रोटीन शेक या ड्रिंक था, उनमें विशेष रूप से हानिकारक केमिकल पाए गए. इन प्रोडक्ट के लेबल में कंटेंट के बारे में जो लिखा होता है, उससे यह बिल्कुल अलग रहता है. सबसे चिंता की बात यह है कि इन प्रोटीन शेक में फंगल टॉक्सिन, पेस्टीसाइड और हैवी मेटल मिले जो कई बीमारियों को फैलाने की क्षमता रखते हैं. रिसर्च में कहा गया है कि भारत में जितने तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट बिकते हैं, उनमें से अधिकांश में बहुत कम प्रोटीन की मात्रा होती है. ये प्रोटीन सप्लीमेंट फंगल टॉक्सिन, पेस्टीसाइड रेजिड्यू और हैवी मेटल से संक्रमित होते हैं. इनमें लेड, आर्सेनिक जैसे बेहद घातक तत्व मिले हैं जो कैंसर के लिए जिम्मेदार माना जाता है. भारत में अधिकांश हर्बल प्रोटीन सप्लीमेंट संक्रमित और निम्न दर्जे का होता है.
हो सकती हैं ये बीमारियां
इस अध्ययन को करने में लिवर डॉक्टर के नाम से मशहूर डॉ. सिरिएक एबे फिलिप का बहुत बड़ा योगदान हैं. वे अक्सर बाजार में मिलने वाले घटिया दवाओं को लेकर लोगों को आगाह करते रहते हैं. इन प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से प्रोटीन तो नहीं मिलता, उपर से कई तरह की धीमी बीमारियां शरीर को मिल जाती है. रिसर्च में कहा गया है कि जितने खतरनाक तत्व इन प्रोटीन सप्लीमेंट में मिले हैं, वे सब कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं. ये सबसे पहले लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. इसके कारण यह मेटाबोलिज्म को बिगाड़ देता है जिससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.