अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान इंसान के लिए घातक साबित हो रहे हैं. तमाम ऐसी गंभीर परेशानियां हैं जो बिगड़ती जीवनशैली का ही कारण है. शरीर में खून के थक्के जमा होना भी ऐसी ही परेशानियों में एक है. अंग्रेजी में इसे ब्लड क्लॉटिंग (blood clotting) कहा जाता है. ब्लड क्लॉटिंग का सीधा मतलब है शरीर में खून का एक जगह जमकर इकट्ठा होना. जी हां, शरीर की नसों में खून का थक्का बनने से ये जीवन स्थितियों को प्रभावित करने लगता है. इसलिए इस परेशानी के गंभीर रूप लेने से पहले लक्षणों की पहचान कर बचाव कर दें. अब सवाल है कि कैसे जानेंगे कि शरीर में खून के थक्के जमने लगे हैं? कैसे करें बचाव? आइए जानते हैं इन सवालों के बारे में-
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीर में खून का थक्का जमना जहां एक तरह से सेहत के लिए फायदेमंद होता है. वहीं, दूसरी तरह से यह जानलेवा भी होता है. खून का थक्का अंग कट जाने या घाव हो जाने पर शरीर से ज्यादा खून को बहने से रोकता है. वहीं, यदि खून का थक्का शरीर में बनने लगे तो यह घातक साबित होता है. इसलिए समय रहते इससे निदान पाना बेहद जरूरी है.
खून का थक्का जमा होने के लक्षण
शरीर में ब्लड क्लॉट यानी थक्का जमने पर कई संकेत मिलते हैं. जब शरीर में खून के थक्के जमते हैं तो पसीना आना, घबराहट होना, कमजोरी महसूस होना, हाथ-पैर बार- बार सुन्न होना, चक्कर आना, मोटापा, मेनोपॉज और सांस फूलने जैसी परेशानियां हो सकती हैं.
वेबएमडी की खबर के मुताबिक, खून के थक्के जमा होने के संकेत मिलने पर डाइट में विटामिन-K से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए. दरअसल, विटामिन-K दो तरह से काम करता है. एक तो शरीर के अंदर ब्लड को जमने नहीं देता, दूसरा शरीर के बाहर ब्लड बहने नहीं देता.
हल्दी वाला दूध: शरीर में खून के थक्के जमने पर दूध में हल्दी डालकर भी सेवन किया जा सकता है. बता दें कि, हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को कई बीमारियों से दूर रखते हैं. साथ ही हल्दी में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो स्किन और ब्लड को पतला करते हैं. इसलिए इसे पीने से ब्लड क्लॉटिंग की समस्या दूर हो सकती है.