इस सोमवती अमावस्या पर पितरों को करना है खुश, तो चढ़ाएं यह फुल

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चैत्र अमावस्या के दिन सोमवार है, इस वजह से उस दिन सोमवती अमावस्या है. सोमवती अमावस्या के अवसर पर पितरों को खुश करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं. जिन लोगों को पितृ दोष होता है या फिर जिनके पितर नाराज होते हैं, उनको प्रसन्न करने या उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए तर्पण, दान, पिंडदान, ब्रह्म भोज, पंचबलि कर्म या फिर त्रिपिंडी श्राद्ध कराया जाता है. अमावस्या के दिन पितरों और उनके देव अर्यमा की भी पूजा करते हैं. यदि आप पूजा में अपने पितरों को उनके प्रिय फूल अर्पित करते हैं तो वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि पितरों को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए?

इन फूलों को अर्पित करने से खुश हो जाएंगे पितर
1. सफेद फूल: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितरों को सफेद रंग के फूल प्रिय होते हैं. सफेद रंग के फूलों को अर्पित करने से नाराज पितर खुश हो सकते हैं. सफेद रंग सादगी और पवित्रता का प्रतीक होता है. इस वजह से पितरों के​ लिए सफेद वस्त्र ही दान करते हैं. पितरों की पूजा में आप कोई भी फूल नहीं चढ़ा सकते हैं, हालांकि अज्ञानतावश लोग कोई फूल चढ़ाने की गलती कर देते हैं.

  1. सोमवती अमावस्या के दिन आप अपने पितरों को कमल, चंपा, मालती और जूही के फूल भी चढ़ा सकते हैं. सफेद कमल के फूल पितरों की पूजा के लिए अच्छे रहेंगे. इन सभी फूलों में श्वेत रंग होता है. आप चाहें तो पितरों को खुश करने के लिए सफेद गुलाब का फूल भी अर्पित कर सकते हैं.

पितरों को कौन से फूल न चढ़ाएं?
पितरों की पूजा के समय लाल, काले, गाढ़े नीले रंग के फूलों को अर्पित करने से बचना चाहिए. उनको अधिक तेज सुगंध वाले फूल भी अर्पित नहीं करते हैं.

सोमवती अमावस्या 2024 मुहूर्त
सोमवती अमावस्या की तिथि की शुरुआत: 08 अप्रैल, सुबह 08 बजकर 21 मिनट से
सोमवती अमावस्या की तिथि का समापन: 08 अप्रैल, रात 11 बजकर 50 मिनट पर
सोमवती अमावस्या पर पितरों के श्राद्ध का समय: 11:30 एएम से दोपहर 03:30 पीएम तक

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