होली का त्यौहार मनाने के लिए घर जाना चाह रहे हैं, लेकिन किसी भी ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है, तत्काल बुक करने की कोशिश भी बेकार हो रही है, तुरंत सीटें फुल हो जा रही हैं. ऐसे लोगों के लिए तत्काल टिकट का एक खास तरीका है. यात्री इसे अपनाकर जरूर देखें, तत्काल टिकट कंफर्म मिलने की संभावना पूरी रहेगी. आइए, जानें क्या है इसका तरीका?
ट्रेनों में तत्काल कोटा कोच की क्षमता के अनुसार पांच फीसदी से लेकर 30 फीसदी तक होता है. यानी किसी कोच में 72 सीटें हुई तो उसमें करीब चार सीटों से लेकर 21 सीटों का तत्काल कोटा होता है. यह निर्भर जोन पर करता है. जोन भीड़ के अनुसार तत्काल कोटा तय करता है. जिस रूट पर ज्यादा भीड़ होगी, उसमें तत्काल कोटा कम और सामान्य ज्यादा तथा जिसमें कम उसमें सामान्य कम सीटें होंगी.
रेलवे अधिकारी के अनुसार मौजूदा समय ज्यादा लोगों के फोन में इंटरनेट होता है और लोग उसी से या लैपटॉप से तत्काल टिकट बुक कराने की कोशिश करते हैं. घरों और मोबाइल पर इंटरनेट की स्पीड कई बार धीमी होती है या कम स्पीड वाला कनेक्श लोग लेते हैं, जिससे बुकिंग प्रक्रिया में समय लगता है, इस दौरान तत्काल कोटा फुल हो जाता है. वहीं, अगर कैफे जाकर तत्काल टिकट लेने की कोशिश करते हैं तो वहां से कंफर्म टिकट मिल जाता है. इसकी वजह कैफे वाले हाई स्पीड वाला इंटरनेट कनेक्शन लेकर रखते हैं. जिससे स्पीड काफी तेज होती है और बुकिंग प्रक्रिया में ज्यादा समय नहीं लगता है. इस वजह से कैफे से बुकिंग कराने पर कंफर्म टिकट मिलने की संभावना ज्यादा रहती है.
इस संबंध में रेलवे मंत्रालय के डायरेक्टर इनफार्मेशन एंड पब्लिकेशन शिवाजी मारुति सुतार बताते हैं कि मौजूदा समय फाइव जी और फोर जी इंटरनेट चल रहा है और अगर कोई कम स्पीड वाले इंटरनेट से तत्काल टिकट बुक कराना चाहेगा, तो संभावना कम रहेगी. चूंकि तत्काल खुलते ही एक साथ लाखों लोग बुकिंग कराते हैं, इस वजह से सर्वर भी धीमा हो जाता है.