गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार
जनवरी 04, 2022
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा ‘मशीन लर्निंग फॉर इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ विषय पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा प्रायोजित ऑनलाइन फैकल्टी डैवैलपमैंट प्रोग्राम का शुभारम्भ मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। प्रो. ब्रह्मजीत समारोह के मुख्य वक्ता थे। अध्यक्षता कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने की।
कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि मशीन लर्निंग का उपयोग प्राय: हमारी व्यक्तिगत एवं पेशेवर जिंदगी के हर पहलू में होता है तथा इसकी उपयोगिता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि नए शोधों तथा अविष्कारों के चलते मशीन लर्निंग के क्षेत्र में निरंतर नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां मशीन लर्निंग ने मानव जीवन को सरल व सुगम बनाया है, वहीं दूसरी ओर मशीन लर्निंग एक चुनौती है। इसका उचित उपयोग भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने मशीन लर्निंग की उपयोगिता की ओर इंगित करते हुए बताया कि इससे हमें आंकड़ों का समायोजन सही ढंग से करने में मदद मिलती है और संसाधनों का हम इष्टतम उपयोग कर पाते हैं। इस विषय पर यह आयोजन प्रतिभागियों के लिए अत्यंत लाभकारी होगा।
कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने भी मशीन लर्निंग के क्षेत्र से संबंधित नवीनतम जानकारियां साझा की तथा प्रतिभागियों से इस कार्यक्रम का लाभ उठाने के लिए कहा।
समारोह के मुख्य वक्ता प्रो. ब्रह्मजीत सिंह ने विषय से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला और उन्होंने बताया कि भारत के ज्यादातर युवा इंटरनेट का उपयोग मोबाइल के माध्यम से करते हैं। ऐसे में मशीन लर्निंग का भविष्य भारत में बहुत ही उज्जवल है।
प्रो. सरोज ने अपने सम्बोधन में कहा कि मशीन लर्निंग का कृषि, वाणिज्य, उपभोक्ता समायोजन से लेकर कूड़े तक के प्रभावी समायोजन तक संरचनात्मक उपयोग कर सकते हैं।
समारोह की शुरुआत में कार्यक्रम समन्वयक प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने नए साल की बधाई देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम आठ जनवरी तक चलेगा। इस कार्यक्रम में 15 राज्यों के प्रतिष्ठित संस्थानों के लगभग 265 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के सह संचालक प्रो. संदीप कुमार आर्य ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विश्वविद्यालय में नियमित रूप से कराए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रतिभागी इस कार्यक्रम का भरपूर लाभ उठाएंगे। संचालन मुक्त शिक्षा निदेशालय की सहायक प्रोफेसर सिमरन आर्या ने किया।