आपने पनीर, खोया जैसी खाद्य सामग्री के नकली होने की खबरें पढ़ी-सुनी होंगी. बाजार से इस तरह की चीजें खरीदते हैं तो हो सकता है कि खुद भी इसकी चपेट में आ चुके हों. नकली सोना, नकली रुद्राक्ष, नकली हीरे भी मार्केट में खूब मिलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कालाबाजारी किताबों के मार्केट में भी चलती है? हाल ही में दिल्ली के कई बाजारों में छापा मारा गया तो NCERT की नकली किताबें बेचे जाने की बात सामने आई.
हर साल किसी न किसी राज्य/ शहर से नकली एनसीईआरटी किताबें बिकने की खबर मिलती है. तमाम प्रयासों के बावजूद इस पर रोक नहीं लगाई जा पा रही है. अब आप सोच रहे होंगे कि भला किताब में क्या असली या क्या नकली! आपको जानकर हैरानी होगी कि एनसीईआरटी की नकली किताबें पढ़ने से आपके बच्चे का भविष्य बर्बाद हो सकता है. नकली किताबें पढ़ने के कई नुकसान हैं, जिनसे बच्चों की सेहत और करियर, दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
Fake NCERT Books: NCERT की नकली किताबें कैसी होती हैं?
नए एकेडमिक सेशन के लिए नई किताबें खरीदने से पहले थोड़ा सचेत होने की जरूरत है. अगर आपके बच्चे के स्कूल में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम चलता है तो किताबें खरीदने से पहले उन्हें चेक करना न भूलें. एनसीईआरटी की नकली किताबों में सिलेबस पूरा होने की गारंटी कम ही रहती है. हर किताब के पन्ने चेक करिएगा, अगर बीच में कुछ मिसिंग लगे तो आप उसे खरीदने के बजाय दुकान को रिपोर्ट कर सकते हैं. एनसीईआरटी की वेबसाइट ncert.nic.in पर किताबों की पाइरेसी के संबंध में पीडीएफ देख लें.
Fake NCERT Books: असली किताब की पहचान कैसे करें
हर साल पढ़ाई कर अगली क्लास में प्रमोट होने के लिए बच्चे बहुत मेहनत करते हैं. ऐसे में नकली किताबों से पढ़ाई करने पर उनकी मेहनत पर पानी फेरा जा सकता है. जानिए कैसे पता करें कि किताब असली है या नकली-
1- आप जो भी किताब खरीद रहे हैं, उसके 8 पन्ने लगातार चेक करें. आपको हर दूसरे पन्ने पर NCERT Watermark नजर आ जाएगा. लेकिन अगर बुकमार्क मिसिंग है तो आपकी किताब पाइरेटेड यानी नकली हो सकती है.
2- हर किताब की क्वालिटी चेक करें. पन्ने फटे हुए तो नहीं हैं, उसकी प्रिंट क्वॉलिटी कैसी है, ग्राफ्स या चित्र स्पष्ट हैं या नहीं. अगर इनमें से कहीं भी कमी लगे तो आपकी किताब नकली होने की आशंका है.
3- इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी किताब विक्रेता को प्रिंटेड रेट से अधिक पर NCERT टेक्सटबुक बेचने की अनुमति नहीं है. इसलिए ज्यादा दाम देकर किताबें न खरीदें. सिली हुई या दोबारा बाइंड की गईं किताबें भी न खरीदें. अगर मार्केट में NCERT किताबों की कमी है तो थोड़ा इंतजार कर लें.
Fake NCERT Books: NCERT की नकली किताबों के क्या नुकसान हैं?
एनसीईआरटी या किसी भी प्रकाशन की नकली किताबें पढ़ने से कई नुकसान हो सकते हैं, जिनकी जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए-
1- नकली किताबें बेचकर स्टूडेंट्स का भविष्य बिगाड़ा जा रहा है.
2- इन नकली किताबों को छापने के लिए घटिया क्वॉलिटी के कागज व स्याही का इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए इन्हें छात्रों की सेहत और आंखों के लिए हानिकारक माना जाता है.
3- बिना अच्छी तरह से चेक किए नकली किताब खरीदने से ब्लैक मार्केट व पाइरेसी को बढ़ावा मिलता है.