Boy and girl fleeing from Amritsar met in Chandigarh, made a plan after watching Dhadak movie | अमृतसर से भागे लड़का-लड़की चंडीगढ़ में मिले, धड़क फिल्म देख बनाया था प्लान

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चंडीगढ़एक घंटा पहले

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  • लड़का 10वीं, लड़की छठी में पढ़ती है, शेल्टर होम में रखे गए हैं दोनों

बॉलीवुड की फिल्म धड़क को देखकर अमृतसर से दो बच्चे घर से भाग गए। हफ्तेभर अलग-अलग शहरों में रहने के बाद मंगलवार शाम को वे चंडीगढ़ पहुंचे। बच्चों के पास पैसे खत्म हो गए थे और वे लोगों से मदद मांग रहे थे। इस पर एक व्यक्ति ने बच्चों को अपने पास रखा और इसकी जानकारी वुमन एंड चाइल्ड हेल्पलाइन 181 को दी। हेल्पलाइन ने उन्हें रेस्क्यू कर लिया।

बच्चों को शेल्टर होम मुहैया करवाया गया और उनके घरवालों को सूचना दी। बच्चे अभी तक उन्हें सौंपे नहीं गए हैं। बताया गया कि दोनों बच्चे एक दूसरे के घर के पास ही रहते हैं। लड़का दसवीं क्लास का स्टूडेंट है और लड़की 6वीं क्लास की स्टूडेंट है। दोनों एक दूसरे को जानते थे। इस बीच दोनों घर से बिना बताए लापता हो गए।

धड़क फिल्म लड़की ने पहले देखी और फिर लड़के ने देखी। जिसके बाद उन्होंने भागने का प्लान बनाया। लड़की के घरवालों की शिकायत पर एफआईआर भी दर्ज कर ली गई। जिसके बाद से उनकी तलाश की जा रही थी।जब दोनों घर से निकले थे तो लड़के के पास 2 हजार रुपए थे। दोनों जालंधर गए और फिर मोगा में रहे। वह गुरुद्वारा में ठहरते रहे।

इसके बाद वे मंगलवार सुबह ही चंडीगढ़ पहुंचे थे। दोनों ने सुबह का खाना खाया जिसके बाद से वे भूखे थे। इसके बाद वह शाम को सेक्टर-16 रोज गार्डन शांति कुंज के बीच पार्किंग में पहुंचे। यहां पर उन्होंने एक व्यक्ति से मदद के लिए रुपए मांगे। मदद देने वाले व्यक्ति को बच्चों पर शक हुआ। उसने तुरंत हेल्पलाइन 181 को इसकी सूचना दे दी। इसके बाद उन्हें रेस्क्यू किया गया।

हफ्ते से एक ही कपड़ों में थे बच्चे..
बच्चे काफी बुरी हालत में थे। चूंकि उनके पास रुपए भी खत्म हो गए थे। उन्होंने एक हफ्ते से कपड़े भी नहीं बदले थे। लेकिन उन्होंने एक बार भी अपने घर में फोन कर सूचना नहीं दी। बच्चों के घरवाले चंडीगढ़ आए थे चूंकी इस मामले में पंजाब पुलिस केस दर्ज कर चुकी है तो अब यह उन्हें ही सौंपे जाएंगे।

अगर संदिग्ध बच्चे मिलें तो कर सकते हैं हेल्पलाइन पर कॉल…
शहर में यदि कोई बच्चे संदिग्ध या लावारिस हालत में मिलते हैं तो लोग इस व्यक्ति की तरह वुमन एंड चाइल्ड हेल्प लाइन 181 पर सूचना दे सकते हैं। इस मामलेे में भी हेल्प लाइन का बच्चों को उनके घरवालों से मिलवाने में अहम रोल था।

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TheNationTimes

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