BSNL की तेज़ी: कछुए से खरगोश बनने की कहानी और सरकारी मदद से आने वाले बदलाव

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BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) देश की सरकारी दूरसंचार कंपनी है, जिसे लंबे समय से धीमी गति और पुरानी तकनीक के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। लेकिन अब यह कछुए की गति से खरगोश जैसी तेज़ी हासिल करने की ओर अग्रसर है। सरकार द्वारा इस कंपनी को बेहतर बनाने और इसे निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए करोड़ों रुपये का निवेश किया गया है। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में जानकारी दी कि बीएसएनएल जल्द ही ग्राहकों को निजी दूरसंचार कंपनियों की तरह ही तेज़ इंटरनेट और धांसू नेटवर्क सेवा प्रदान करेगी।

यह ब्लॉग BSNL के इस बदलाव पर प्रकाश डालेगा और बताएगा कि कैसे सरकारी निवेश और नई तकनीकें इसे बाजार में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद कर रही हैं।

BSNL की तेज़ी: कछुए से खरगोश बनने की कहानी और सरकारी मदद से आने वाले बदलाव
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BSNL की नई उड़ान: सरकार की योजना

अब तक BSNL को धीमी इंटरनेट सेवाओं और कमजोर नेटवर्क के लिए जाना जाता था, जबकि निजी कंपनियों ने तेज़ गति से ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। लेकिन अब सरकार की ओर से बीएसएनएल को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ने इस बात का खुलासा किया कि सरकार ने कंपनी को नए युग की तकनीकों से लैस करने का फैसला किया है, जिससे वह जल्द ही प्रतिस्पर्धा में निजी कंपनियों के साथ खड़ी हो सकेगी।

4जी और 5जी तकनीक में BSNL की प्रगति

बीएसएनएल की सबसे बड़ी चुनौती रही है कि वह 4जी और 5जी तकनीक में पीछे रह गई। जहां रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियां 4जी और 5जी सेवाओं में काफी आगे निकल चुकी हैं, वहीं बीएसएनएल अभी तक 3जी सेवाओं पर निर्भर थी। अब, सरकार की योजना है कि बीएसएनएल अगले साल मई 2024 तक एक लाख बेस स्टेशनों के माध्यम से देश में 4जी तकनीक को पूरी तरह से लागू करेगी। इसके बाद, जून 2025 तक बीएसएनएल 5जी तकनीक में प्रवेश करेगी, जिससे ग्राहकों को तेज़ और स्थिर इंटरनेट सेवाएं मिल सकेंगी।

सरकार की आत्मनिर्भरता पर ज़ोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत, BSNL पूरी तरह से अपने खुद के नेटवर्क और उपकरणों का उपयोग करेगी। यह निर्णय महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कंपनी को विदेशी उपकरणों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और भारत अपनी स्वदेशी तकनीक के दम पर दुनिया में अपनी पहचान बनाएगा। बीएसएनएल की इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि देश में विकसित तकनीकों का उपयोग करते हुए भारतीय ग्राहकों को सबसे किफायती और उन्नत सेवाएं प्रदान की जाएं।

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5जी नेटवर्क और BSNL का भविष्य

बीएसएनएल की सबसे बड़ी उपलब्धि आने वाले समय में 5जी नेटवर्क की स्थापना होगी। अब तक, भारत ने 5जी सेवाओं के मामले में दुनिया के अन्य देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की कोशिश की है। इस दिशा में बीएसएनएल का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा। बीएसएनएल की योजना है कि वह 2025 तक 5जी नेटवर्क पर पूर्ण रूप से काम करना शुरू कर दे। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, इस समय बीएसएनएल के पास 38,300 साइट्स पहले से ही तैयार हैं और आने वाले महीनों में एक लाख से ज्यादा साइट्स स्थापित की जाएंगी।

भारत में 5जी नेटवर्क की स्थापना ने पहले ही देश की 80 प्रतिशत आबादी को कवर कर लिया है। BSNL की सेवाएं 5जी नेटवर्क के जरिये ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों तक पहुंचेंगी, जो अन्य निजी कंपनियों से आगे निकलने की कोशिश कर रही हैं।

टीसीएस और सी-डॉट का गठबंधन

बीएसएनएल ने अपनी 4जी और 5जी सेवाओं के लिए स्वदेशी आईटी कंपनियों से हाथ मिलाया है। इसमें टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) और सरकारी कंपनी सी-डॉट (Centre for Development of Telematics) शामिल हैं। यह गठबंधन बीएसएनएल की तकनीकी रूप से उन्नत नेटवर्क सेवाओं के निर्माण में मदद कर रहा है। खास बात यह है कि भारत ने 22 महीनों में 4.5 लाख टॉवर्स स्थापित किए, जो दुनिया में सबसे तेजी से 5जी तकनीक को लागू करने में मील का पत्थर साबित हुआ है।

इस तरह, बीएसएनएल भी अब इस रेस में शामिल होकर खुद को एक प्रमुख 5जी सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित करना चाहता है।

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ग्राहकों को किफायती सेवा

बीएसएनएल का यह पूरा मिशन इस बात पर आधारित है कि देश के सभी हिस्सों में, विशेषकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में, सबसे सस्ती और किफायती दूरसंचार सेवाएं प्रदान की जाएं। सरकारी मदद और तकनीकी सुधारों के चलते बीएसएनएल उन क्षेत्रों में भी सेवा पहुंचा सकेगी, जहां निजी कंपनियां नहीं पहुंच पाई हैं। इससे कंपनी की पहुंच बढ़ेगी और ग्राहकों को किफायती कीमतों पर उन्नत सेवाएं मिल सकेंगी।

भारत में 5जी सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है और बीएसएनएल इस रेस में शामिल होकर निजी कंपनियों को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हो रही है। सरकार के इस पहल के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बीएसएनएल की सेवाएं न केवल गुणवत्ता में बढ़िया हों, बल्कि उन्हें किफायती दरों पर प्रदान किया जाए।

BSNL का भविष्य

बीएसएनएल की इस नई यात्रा में सरकार का समर्थन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार ने कंपनी को न केवल वित्तीय मदद प्रदान की है, बल्कि इसे तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

BSNL की 5जी सेवाएं न केवल देश के दूरदराज़ इलाकों तक पहुंचेंगी, बल्कि यह कंपनी आने वाले समय में डिजिटल इंडिया मिशन को भी मजबूती प्रदान करेगी। इसके जरिए कंपनी स्मार्ट शहरों, डिजिटल शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी बड़ा योगदान देगी।

बीएसएनएल का यह नया अध्याय इस बात का प्रमाण है कि सरकार की ओर से सही दिशा और निवेश के माध्यम से किसी भी सरकारी कंपनी को प्रतिस्पर्धी बनाया जा सकता है। बीएसएनएल का यह सफर न केवल कंपनी के लिए बल्कि देश के टेलीकॉम सेक्टर के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।

2025 तक, जब BSNL अपनी 5जी सेवाएं पूरी तरह से शुरू कर देगी, तब यह कंपनी न केवल निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी, बल्कि भारतीय दूरसंचार उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाएगी।

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