TNT News: अंजली की दर्दनाक मौत को महज एक मामूली सड़क हादसा करार देने वाले वाली दिल्ली पुलिस ने बताया कि अंजली को सिर्फ 13 किलोमीटर तक ही घसीटा गया जबकि कहानी कुछ और ही है। अंजली रोहिणी जिले के होटल विवान से रात 1 बजकर 16 मिनट पर बाहर आई और अपनी दोस्त के साथ 1 बजकर 31 मिनट पर स्कूटी पर बैठ कर घर के लिए निकल गई। स्कूटी निधि चला रही थी लेकिन जैसे ही वो रोहिणी जिले से निकलकर स्कूटी से आउटर डिस्ट्रिक्ट के सुल्तानपुरी के कृष्ण विहार पहुंची, रात को 2 बजकर 5 मिनट पर अंजली की स्कूटी का एक्सीडेंट बलीनो गाड़ी से हो गया। घायल हालत में अंजली गाड़ी के निचले हिस्से में फंस गई। वो चीखती-चिल्लाती रही लेकिन घने रिहाईशी इलाके में किसी के भी कानों में अंजली की आवाज नहीं पहुंचती। इस हादसे के बाद निधि इस घटना से औझल हो गई।
शराब के नशे में चूर पांचों हैवान सुल्तान पूरी से कंझावला के लिए निकल गए। सबसे पहला सीसीटीवी 3 बजकर 5 मिनट का सामने आया जिसमे बलिनो गाड़ी अंजली को घसीटते हुए दिखाई देती है। जिसके बाद गाड़ी 3 बजकर 28 मिनट पर गाड़ी कंझावला रोड़ पर जाती हुई दिखती है। गाड़ी की रफ्तार करीब 20 से 30 की स्पीड पर होती है। गाड़ी एक बार फिर 3 बजकर 34 मिनट पर यूटर्न लेती हुई दिखाई देती गाड़ी के नीचे अंजली वहां से गुजर रहे लोगों को साफ दिखाई देती है।
दिल्ली की सड़कों पर कई किलोमीटर तक घिसटने वाली अंजली की मौत पर बड़ा खुलासा हुआ है। मिडिया के खुलासे में ये बात सामने आई है कि अंजली को 40 किलोमीटर तक घसीटा गया था, लेकिन पुलिस अभी तक कह रही है कि अंजली को 13 किलोमीटर तक घसीटा गया था। अंजली अपनी एक दोस्त के साथ पार्टी करने के लिए होटल के कमरे में गई थी। जहां से निकलने के बाद उसकी स्कूटी एक कार से टकराई और इसके बाद उसे करीब 40 किलोमीटर तक घसीटा गया, इसी बीच उसने दम तोड़ दिया।
चश्मदीद करते रहे कॉल
एक चश्मदीद अपनी बाइक से गाड़ी का पीछा कर रहा था तो दूसरा पुलिस को बता रहा था कि एक बलिनो गाड़ी के नीचे किसी की लाश फंसी हुई है। पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी के शनि बाजार में रात के 2 बजे के आसपास ये घटना हुई थी जिसके बाद लगातार एक के बाद एक 3 पीसीआर कॉल कंझावला पुलिस स्टेशन को मिली कि एक बॉडी बलिनो गाड़ी के नीचे घसीटती हुई जा रही है। लेकिन आखरी कॉल तक भी पुलिस गाड़ी को कहीं भी रोकने में कामयाब नहीं हो पाती।
13 किलोमीटर 40 किलोमीटर कैसे हो गया?
– अंजली की स्कूटी का एक्सीडेंट 2 बजकर 5 मिनट पर होता है।
– 3 बजकर 34 मिनट पर एक के बाद एक 3 पीसीआर कॉल की जाती है।
– आखिरकार अंजली की लाश घटनास्थल से 13 किलोमीटर दूर 4 बजकर 11 मिनट पर मिलती है।
एक्सीडेंट होने से शव मिलने के बीच का अंतर करीब 2 घंटे है। ऐसे में अगर मान भी लिया जाए कि गाड़ी की रफ्तार 20 से 25 किलोमीटर भी रही होगी तो 2 घंटे में गाड़ी करीब 40 से 50 किलोमीटर चली होगी। अभी तक पुलिस का दावा है कि आरोपी कहीं भी नहीं रुके थे। मतलब साफ है इस हिसाब से तो अंजली का शरीर करीब 50 किलोमीटर तक रगड़ा गया है।