क्या है प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम, जाने इसके नुकसान?

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महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आना एक नेचुरल प्रॉसेस है, लेकिन इसके साथ कई तरह की शारीरिक तकलीफें भी झेलनी पड़ती हैं. मासिक धर्म के पहले दो दिन तो अधिकतर महिलाएं पेट, कमर, जांघों, सिर दर्द से गुजरती हैं, लेकिन पीरियड्स आने से कुछ दिनों पहले भी कई तरह की शारीरिक समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं. समझ लीजिए कि ये तकलीफ, दर्द इस बात का इशारा करती हैं कि अब आपको कुछ दिनों में पीरियड्स आ सकते हैं. इसे प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (premenstrual syndrome) कहते हैं. इसमें कई लक्षण तो ऐसे होते हैं जो डेली रूटीन लाइफ को भी बाधित कर देती हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो इसे आप कुछ खास पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल करके प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लक्षणों को कम कर सकती हैं.

क्या है प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम?
पीएमएस या प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम उन लक्षणों का नाम है जो महिलाएं अपने मासिक धर्म से पहले के हफ्तों में अनुभव कर सकती हैं. अधिकांश महिलाओं को कभी न कभी पीएमएस होता है. न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के बारे में एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें वे लिखती हैं कि प्रजनन आयु (reproductive age) की लगभग 48% महिलाओं को पीएमएस का अनुभव होता है. साथ ही इनमें से लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं के लिए प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण इतने गंभीर होते हैं कि उनकी दिनचर्या तक बाधित हो जाती है.

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम को कम करने वाले पोषक तत्व (nutrients to reduce premenstrual syndrome)

यहां बताए गए 5 पोषक तत्वों को आप अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. इससे काफी हद तक आपको पीएमएस (PMS) को कम करने में मदद होगी.

1. कैल्शियम: अक्सर पीरियड्स शुरू होने से पहले कुछ महिलाओं में काफी मूड स्विंग, ऐंठन और वॉटर रिटेंशन की समस्या होती है. इसके लिए आप कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करें, लाभ होगा. रागी, दही, तिल के बीज खाएं.

2. मैग्नीशियम: प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों में ब्रेस्ट में दर्द, टेंडर्नेस, ब्लोटिंग, मूड स्विंग आदि भी शामिल हैं. इन्हें कम करने के लिए आप मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स का सेवन करें. बादाम, काजू, कद्दू के बीज मैग्नीशियम के बेस्ट सोर्स हैं.

3. विटामिन बी6: कई बार कुछ महिलाओं में स्ट्रेस, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, ब्रेस्ट टेंडर्नेस की समस्या पीरियड्स की डेट आने से 10 दिनों पहले से शुरू हो जाती है. इसके लिए आप विटामिन बी6 युक्त चीजों का सेवन करें. खरबूजा, पपीता, सफेद जिसे हम छोले या काबूली चना भी कहते हैं डाइट में शामिल करें.

4. ओमेगा-3 फैटी एसिड: ब्लोटिंग और मूड स्विंग को कम करने में मदद कर सकते हैं ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स. घी, सैल्मन मछली, अलसी के बीज खा सकती हैं.

5. विटामिन डी: थकान और मूड स्विंग को कम करने में मदद करता है विटामिन डी युक्त फूड्स. इन सभी चीजों को आप पीरियड्स की डेट आने से 15 दिन पहले खाना शुरू कर दें. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों को कम करना काफी आसान होगा और इन दिनों काफी आराम भी मिलेगा. सुबह की हल्की धूप में बैठें. फोर्टिफाइड फूड्स, सैल्मन मछली खाएं.

Tags: Eat healthyHealthLifestyle

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