देश और दुनिया में ट्रैवल का सबसे अच्छा, लेकिन महंगा साधन है हवाई जहाज. बस और ट्रेन के मुकाबले फ्लाइट बेहद कम समय में यात्रियों को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचा देती है. आमतौर पर पैसेंजर्स फ्लाइट्स की स्पीड 750 से 1000 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है. लेकिन, अब दुनिया में सुपरसोनिक फ्लाइट पैसेंजर्स फ्लाइट लाने की तैयारी की जा रही है. आमतौर पर आपने सुपरसोनिक मिसाइल के बारे में सुना होगा लेकिन अब सुपरसोनिक फ्लाइट भी देखेंगे. दरअसल जनवरी में अमेरिका में नासा ने अपने X-59 डेमोंस्ट्रेटर जेट का अनावरण किया. इस मौके पर कैलिफोर्निया में हवाई जहाज हैंगर पर 100 से अधिक लोग इसे देखने के लिए पहुंचे. X-59 एक ऐसा फ्यूचर प्लेन है, जिसकी स्पीड ध्वनि की गति से भी तेज है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब इस तरह के प्लेन को लाया जा रहा है.
इससे पहले 2003 में कॉनकॉर्ड की उड़ान बंद होने के बाद से कोई वाणिज्यिक सुपरसोनिक पैसेंजर जेट नहीं आया है. इससे पहले कॉनकार्ड दुनिया का पहला सुपरसोनिक प्लेन था, जिसकी रफ्तार 2172 किलोमीटर प्रतिघंटा तक थी. सुपरसोनिक जेट का उपयोग मुख्य रूप से सेना द्वारा किया जाता रहा है. हालांकि, स्पेस एजेंसी नासा ने लॉकहीड मार्टिन के साथ पार्टनरशिप करके इस सुपरसोनिक प्लेन X-59 को डिजाइन और निर्माण किया है.
कितनी है स्पीड
X-59 की स्पीड, ध्वनि की गति से 1.4 गुना या 925 मील प्रति घंटा (1488 किलोमीटर प्रति घंटा) होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि नासा इस प्लेन के निर्माण पर पिछले 30 वर्षों से काम कर रहा था. NASA के साथ मिलकर यह प्लेन बनाने वाली कंपनी, लॉकहीड मार्टिन स्कंक वर्क्स के वाइस प्रेसिडेंट, जॉन क्लार्क ने कहा, “दोनों टीमों में प्रतिभाशाली और समर्पित वैज्ञानिकों व इंजीनियरों ने इस विमान को विकसित करने करने में सहयोग किया है. हम नासा और हमारे सप्लायर्स के साथ मिलकर इस सुपरसोनिक यात्रा के भविष्य को आकार देने का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं.”