Youtuber Elvish Yadav के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें आरोप है कि एल्विस यादव अपने गैंग के साथ रेव पार्टी में सांपों का जहर इस्तेमाल करते हैं। नोएडा पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। उनके पास से जो जहरीले सांप रेस्क्यू किए गए हैं। जहर भी बरामद किया गया है। लेकिन इस खबर के सामने आने से यह चर्चा छिड़ गई कि सांपों के जहर से तो मौत हो सकती है इससे लोग नशा कैसे करते हैं? क्या जहर से वाकई नशा होता है?
Disclamer – * हम किसी भी तरह के नशे को बढ़ावा नहीं देते हैं। कोई भी नशा बिना अगर मगर के नुकसानदेह ही है। सांप का जहर जानलेवा है। अपनी विवेक का इस्तेमाल करें। यह आर्टिकल बस जानकारी के लिए है। वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट 1972 के मुताबिक सांप की किसी भी भारतीय प्रजाति को देश के अंदर पालतू जानवर के रूप में नहीं रखा जा सकता है।*
वैसे तो गांव और शहर में सांपों का खोफ फैला रहता है लोग सांपों से डरते हैं। परंतु कई रेव पार्टियों में इनका जहर का इस्तेमाल नशे के रूप में होता है। लोग उनके फन से जबरन जहर निकलवाते हैं, कभी-कभी तो वह अपने आप को सांप से कटवाते भी है। इससे उन्हें नशा चढ़ जाता है।
आइए हम एक केस स्टडी से बात शुरू करते हैं। इंडियन जर्नल ऑफ़ फिजियोलॉजी और फार्मोकोलॉजी ने एक 19 साल के लड़के लड़के की स्नेक बाइट अनुभव का पूरा ब्यौरा छापा है। यह केस राजस्थान का है। एक मध्यवर्गीय परिवार के लड़के ने 11 साल की उम्र से ही सिगरेट पीना शुरू कर दिया था। 19 साल की उम्र तक वह रोजाना 15 से 20 सिगरेट पीने लगा था। बीते 6 साल से वह शराब का नशा भी करने लगा था। वह गांजा भी पीता था। जब वह 17 साल का था तो उसने कोकीन जैसे नशीले पदार्थो का प्रयोग करना शुरू कर दिया था। वह पूरी तरह से नशे का आदी हो चुका था। फिर उसके दोस्तों ने उसे सांप की जहर के नशे के बारे में बताया। फिर उसे भी यकीन हो गया कि वह भी स्नैक बाइट लेगा। उसने दूसरे शहर से सांप मंगवाया। जहर का असर बढ़ाने के लिए उसके दोस्तों ने उसे एक केमिकल दिया था और कहा था कि इस केमिकल को सांप में डाल दो। लेकिन इस केमिकल के बारे में उसके को कुछ नही पता था। उस लड़के ने सांप को अपनी जीभ पर कटवा लिया , ऐसा करते ही वह बेहोश हो गया। कुछ जने बाद उसका थोड़ा होश आया। लड़के ने बताया की उसे बहुत खुशी हो रही थी। हल्का हल्का लग रहा था। नींद आ रही थी और ऐसा एक हफ्ते तक चला। इस दौरान उसने कोई और नशा नही किया।आने वाले दिनों में उसने कई बार स्नेक बाइट लिया। यह बात जब उसके परिवार को पता चली तो उसको अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टर ने कई टेस्ट किए परंतु सब कुछ नॉर्मल आया। बस उसको पसीना बहुत आ रहा था और उसके हाथ कांप पर रहे थे और उसकी चाल में ढीलापन था। शरीर में गांजा और अफीम जैसे पदार्थ मिले। मानसिक स्थिति के मूल्यांकन में नींद न आना, सिगरेट व शराब की लत, चिड़चिड़ा रवैया, कमजोर आंखे थी। परंतु ये लक्षण उसे स्नेक बाइट से थे या ड्रग्स के इस्तेमाल से थे ये पता लगाना मुश्किल था।
सांप से कटवाने पर शरीर में क्या होता हैं?
सांप का जहर भी अन्य नशे की तरह होता है। वैज्ञानिक बताते हैं कि सांप के जहर में न्यूरो टॉक्सिन होती है जो एनालजेशिया पैदा करते हैं। न्यूरो टॉक्सिन मतलब इस पदार्थ जो नर्वस सिस्तुंका माहोल बदल देते है और एनालजेशिया मतलब दर्द न महसूस होना।
वैज्ञानिक बताते है कि सांप के जहर को कंज्यूम करने के कई तरीके है जैसी जहर को सीधा इंजेक्शन सुई में डालकर , लिक्विड को पाउडर बनाकर, जहर से गोलियां बनाकर, ड्रिंक में मिलाकर और सीधा जीभ पर कटवाकर।
एक रिपोर्ट के अनुसार (The Sunday Guardian) इस इस नशे का उपयोग करने वाले बताते हैं कि जहर से शरीर में तेज झनझनाहट होती है। उनके शरीर में तेज ऊर्जा भर जाती है। पार्टियों में लोग इसका उपयोग करके लंबे समय तक नाचते हैं। बता दे कि इसका प्रभाव अलग-अलग होता है कभी-कभी तो यह 6 साल घंटे में उतर जाता है कभी-कभी यह लगातार 5–6 दिनों तक रहता है।
क्या है सांप के जहर का रेट
भारत में स्नेक 1 ग्राम बाइट पाउडर की कीमत लगभग 20 से 25 हजार है। नारकोटिक्स अधिकारियों का अनुमान है कि आधा लीटर सांपों का जहर अंतरराष्ट्रीय बाजार में की कीमत लाखों रुपए में है।