UPSC exam tips and tricks: हिंदी माध्यम के उम्मीदवार अब कर सकतें हैं अंग्रेजी का सामना, UPSC की ऐसे करें तैयारी

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UPSC exam tips and tricks: यूपीएससी को भारत ही नहीं देशभर का सबसे मुस्किल एग्जाम समझा जाता है. इस एग्जाम को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं. कई लोगो का यह भी कहना है की हिंदी मीडियम के यूपीएससी एस्पिरेंट्स के लिए तो यह परीक्षा बनी ही नहीं है.

उन्हें यह लगता है कि सिविल सर्विस परीक्षा पास करने के लिए इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई करना या इंग्लिश भाषा का ज्ञान होना जरूरी है (UPSC Civil Services Exam). यूपीएससी कोचिंग कर रहे कई हिंदी भाषी उम्मीदवार इस बात से परेशान रहते हैं.

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यदि आपका भी सपना आईएएस या आईपीएस अफसर बनने का है तो आपकी इस सक्सेस के बिच में कोई भाषा नहीं आनी चाहिए (IAS Exam Guide). हालांकि किसी भी अन्य फील्ड की तरह सिविल सर्विस में भी इंग्लिश की इतनी जानकारी होना तो जरूरी ही है (UPSC English Exam Guide), जितने में आप दूसरों की बात समझ सकें और अपनी समझा सकें.

क्या प्रीलिम्स क्वालिफाई करने के लिए इंग्लिश का ज्ञान जरूरी है? (UPSC exam tips and tricks)

यूपीएससी की इस कठिन परीक्षा (UPSC Exam) को क्‍वालिफाई करने के लिए ज्यादा इंग्लिश का आना जरूरी नहीं है (Spoken English for UPSC Exam).

इस पेपर के लिए अंग्रेजी भाषा का  इतना ज्ञान होना जरूरी है (IAS English Exam), जितने में आप किसी आम विषय पर कुछ कह सकें और दूसरे की बात को समझ भी सकें.

यूपीएससी परीक्षा में अंग्रेजी का पेपर कैसा होता है? (UPSC exam tips and tricks)

यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा के अंग्रेजी विषय के पेपर में 3 तरह के प्रश्‍न पूछे जाते हैं (UPSC English Exam Guide). इसके लिए सवालों को समझने और उनका जवाब लिख पाने जितनी अंग्रेजी का ज्ञान होना अनिवार्य है.
1- अंग्रेजी में निबंध लिखना (Essay Writing),
2- अंग्रेजी के गद्यांश को 1/3 भाग में संक्षिप्त करना (Summary Writing)
3- अंग्रेजी के गद्यांश से पूछे गए प्रश्‍नों के जवाब देना.

क्या आईएएस अंग्रेजी में बात करते है? (UPSC exam tips and tricks)

आईएएस या आईपीएस अफसर बन जाने के बाद अंग्रेजी भाषा की नॉलेज होना जरूरी है. आज-कल ज्यादातर ऑफिशियल काम भी अंग्रेजी में होने लगे हैं.

इसके अलावा आईएएस अफसरों का तबादला भी अक्सर होता रहता है. साउथ इंडिया या नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट में ट्रांसफर मिलने पर वहां की लोकल भाषा के साथ ही अंग्रेजी का ज्ञान होना प्लस पॉइंट साबित होगा.

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