संवाद कार्यक्रम में गुजविप्रौवि के सफल उद्यमी द्वारा साझा की गई सफलता की कहानी

संवाद कार्यक्रम में गुजविप्रौवि के सफल उद्यमी द्वारा साझा की गई सफलता की कहानी

गुजविप्रौवि के एंटरप्रेन्योरशिप क्लब द्वारा तीसरा संवाद कार्यक्रम आयोजित
दिसम्बर 23, 2021
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट सैल के मार्गदर्शन में एंटरप्रेन्योरशिप क्लब द्वारा अपना तीसरा ‘संवाद’ कार्यक्रम आयोजित किया।  इस कार्यक्रम को सफल उद्यमियों द्वारा नवोदित उद्यमियों के साथ सफलता की कहानियों को साझा करने के लिए शुरू किया गया है।  गुजविप्रौवि हिसार के पूर्व विद्यार्थी एवं सारंग फूड एंड बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड सिरसा के निदेशक सुनील सेतिया कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे।  विश्वविद्यालय के पीडीयूआईआईसी के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र कुमार कार्यक्रम के मुख्यातिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्लेसमेंट निदेशक प्रताप सिंह मलिक ने की। इस अवसर पर मंच पर सहायक निदेशक डॉ. आदित्य वीर सिंह, तथा ई-क्लब मेंटर डॉ. सरदूल सिंह व डॉ. कोमल ढांढा भी उपस्थित रहे।  इस कार्यक्रम में फिजिकल मोड में लगभग 250 विद्यार्थी शामिल हुए तथा मुख्य वक्ता ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।
मुख्यातिथि प्रो. धर्मेंद्र कुमार ने विद्यार्थियों को नवीन विचारों को विकसित करने के लिए एमएचआरडी, एआईसीटीई, एमएसएमई, रूसा 2.0 और विशेष रूप से पीडीयूआईआईसी द्वारा संचालित विभिन्न हैंड होल्डिंग योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को रचनात्मक विचारों पर कार्य करने और उद्यमिता को अपने करियर के रूप में अपनाने और नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य वक्ता सुनील सेतिया ने खाद्य उद्योग में अपने उद्यम की सफलता की यात्रा को साझा किया, जिसमें उद्यम को जारी रखने में आने वाली बाधाओं का समाधान करना शामिल हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि दृढ़ संकल्प से किसी भी रचनात्मक विचार को वास्तविकता में बदला जा सकता है।  वास्तविक समय की समस्या पर शोध और विश्लेषण करने और अपरंपरागत और रचनात्मक दृष्टिकोण के साथ इसका समाधान खोजने की आवश्यकता है। उन्होंने साझा किया कि इसके लिए धन प्राप्त करने के लिए आवेदन करने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए। उन्होंने नवोदित उद्यमियों से जरूरतों की पहचान, लक्षित ग्राहकों की पहचान, वास्तविक क्रियान्वयन या लॉन्चिंग के बाद रणनीति तैयार करने जैसे कदमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बड़ी संख्या में लोगों के सामने आने वाली समस्या का रचनात्मक समाधान एक सफल नवाचार की कुंजी है। अंत में विद्यार्थियों ने स्टार्ट-अप और उद्यमिता से जुड़े सवाल पूछे, जिनका मुख्य वक्ता ने जवाब दिया।
अपने स्वागत सम्बोधन में प्लेसमेंट निदेशक प्रताप सिंह मलिक ने एंटरप्रेन्योरियल कल्चर और मानसिकता के महत्व के बारे में बताया।  उन्होंने कहा कि इससे न केवल न्यू स्टार्टअप्स को लॉन्च करने में मदद मिलती है, बल्कि कॉरपोरेट्स में काम करने वाले लोगों की उत्पादकता में भी सहायता मिलती है।  उन्होंने विद्यार्थियों को ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट सैल द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों जैसे तलाश, संवाद, हुनर, ई-क्लब, आदि के बारे में जानकारी दी।
ईसीई विभाग के सहायक प्रोफेसर एवं क्लब मेंटर डॉ. सरदुल सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव किया। कार्यक्रम का संचालन क्लब सदस्य योगिता ने किया।  ई-क्लब समन्वयक गोपाल, सह-समन्वयक राहुल, क्लब सदस्य मोनिका, ऐश्वर्या व राकेश का कार्यक्रम के सफल संचालन में विशेष सहयोग रहा।
Photo 3 TP 23.12.2021

 

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