Praveen Kumar : प्रवीण कुमार ने भारत के लिए अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2012 में खेला था, इसके बाद उन्हें फिर कभी टीम इंडिया में मौका नहीं मिला. महज 26 साल की उम्र में ही इस धाकड़ क्रिकेटर का इंटरनेशनल करियर खत्म हो गया था. प्रवीण कुमार ने भारत के लिए अपना डेब्यू साल 2007 में किया था. अपनी स्विंग से कहर मचाने के लिए मशहूर 37 साल के प्रवीण कुमार भारत के लिए टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल तीनों ही फॉर्मेट खेल चुके हैं. प्रवीण कुमार ने भारत के लिए 6 टेस्ट मैचों में 27 विकेट, 68 वनडे मैचों में 77 विकेट और 10 टी20 मैचों में 8 विकेट हासिल किए हैं.
भारत के पूर्व गेंदबाज का बड़ा खुलासा
प्रवीण कुमार ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के उद्घाटन सीजन के बारे में एक बड़ा खुलासा किया कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) में शामिल होना उनका शुरुआती रुझान नहीं था और इसका हिस्सा बनने में उन्हें झिझक क्यों थी. एक इंटरव्यू के दौरान प्रवीण कुमार ने खुलासा किया कि मेरठ के करीब होने के कारण उन्होंने शुरू में दिल्ली डेयरडेविल्स में शामिल होना पसंद किया.
इस अधिकारी ने दी करियर खत्म करने की धमकी
हालांकि, आरसीबी के साथ अनजाने में एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के कारण वो ऐसा नहीं कर पाए. जब उन्होंने अपनी बात रखने के लिए ललित मोदी से संपर्क किया, तो तत्कालीन आईपीएल आयुक्त ने उनका करियर खत्म करने की धमकी दी. प्रवीण कुमार ने कहा, ‘मैं आरसीबी के लिए नहीं खेलना चाहता था क्योंकि बैंगलोर मेरे स्थान से काफी दूर था, मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी और खाना मेरी पसंद का नहीं था. दिल्ली मेरठ से काफी करीब है, जिससे मुझे कभी-कभार अपने घर जाने का समय भी मिल जाता.’
‘ललित मोदी ने मुझे फोन किया’
प्रवीण कुमार ने कहा, ‘हालांकि, वहां एक व्यक्ति था जिसने मुझसे एक कागज पर हस्ताक्षर करवाए. मुझे नहीं पता था कि यह अनुबंध था. मैंने उनसे कहा कि मैं दिल्ली के लिए खेलना चाहता हूं, बैंगलोर के लिए नहीं. ललित मोदी ने मुझे फोन किया और धमकी दी कि वो मेरा करियर खत्म कर देंगे.’ इसी इंटरव्यू में उन्होंने बॉल-टेम्परिंग के मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों के बीच एक व्यापक प्रथा है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गेंदबाज रिवर्स स्विंग हासिल करने की अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अक्सर इसमें शामिल होते थे.