Parenting Tips for Father : पिता की भी होती है बराबर जिम्मेदारी, इस तरह रखें बच्चों का ख्याल

0

Parenting Tips for Father : एक बेहतर इंसान बनने में माता पिता की भूमिका अहम मानी जाती है. कुछ मामलों में तो मां और पिता की जिम्‍मेदारियां एक दूसरे की पूरक होती हैं लेकिन बच्‍चे के बेहतर विकास में कुछ ऐसी जिम्‍मेदारियां हैं जो पिता ही निभा सकते हैं. पिता का व्‍यवहार, उनका लोगों के साथ बर्ताव, बच्‍चों के विकास को बहुत प्रभावित करता है. एक जिम्मेदार पिता हमेशा यह प्रयास करता है कि उसके बच्‍चे को शारीरिक और मानसिक रूप से अच्‍छा वातावारण मिले और बच्‍चे खुलकर अपनी परेशानियों को बता भी सकें. इस तरह बच्‍चे के विकास में पिता की कुछ महत्‍वपूर्ण जिम्मेदारियां हम यहां शेयर कर रहे हैं.

बच्‍चे के विकास में पिता की जिम्‍मेदारियां

रक्षक की भूमिका
इंडियनपेरेंटिंगवेबसाइट के मुताबिक, जब बच्चे अपने पिता के आसपास होते हैं तो वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. जब बच्चे सुरक्षित महसूस करते हैं तो वे अपने काम और गतिविधियों पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर पाते हैं. इसलिए पिता की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों को समझाएं और महसूस कराएं कि वह उन्हें किसी भी समस्या से बचाने के लिए हमेशा पास रहेंगे.

दुनिया दिखाना
पिता एक बड़ी खिड़की की तरह होता है जो बच्चों के सामने पूरी दुनिया खोल सकता है. बच्चे अपने पिता की नजरों से पूरी दुनिया से परिचित होते हैं और पिता उन्हें अच्छा मार्गदर्शन दे सकते हैं.

बिना शर्त प्यार
पिता की ज़िम्मेदारी केवल उन्‍हें मार्ग दर्शन देना या ज्ञान देना ही नहीं है, पिता अपने प्‍यार से बच्‍चों का हौसला बुलंद करने का भी काम कर सकते हैं.

पार्टनर के प्रति प्यार और सम्मान दिखाना
पिता जब अपने लाइफ पार्टनर के प्रति प्यार और सम्मान दिखाता है तो बच्चे भी अपनी मां और अन्य बड़ों का सम्मान करना सीखते हैं. पिता को कभी भी बच्चों की मां का अपमान नहीं करना चाहिए.

क्वालिटी टाइम बिताना
बच्‍चों के लिए वह पल यादगार रहता है जब पिता बच्‍चों के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताते हैं. यह मायने नहीं रखता कि आप बच्‍चों के साथ कितना वक्‍त गुजार रहे है, मायने यह रखता है कि आप उनके साथ क्‍वालिटी टाइम कितना बिता रहे हैं.

अनुशासन सिखाना
पिता को अपने बच्चों को अनुशासन सिखाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. पिता की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों के लिए स्पष्ट सीमाएं तय करें जिससे वे समझें कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं.

जिम्मेदारियां लेना सिखाएं
जब बच्चे अपने पिता को जिम्मेदारियां लेते हुए देखते हैं तभी वे अपने जीवन के विभिन्न चरणों में जिम्मेदारियां लेना सीखते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here