Oldest city in the world: दुनिया के सबसे पुराने शहरों की बात करें तो बहुत से लोगों के जेहन में एथेंस का नाम याद आ सकता है। इसे यूरोप का सबसे पुराना शहर माना जाता है। लेकिन दुनिया के पहले शहर की बात करें तो एक रिसर्च के मुताबिक तुर्की का चैटलहोयुक (Catal huyuk) सिटी को दुनिया का सबसे पहला शहर माना जा रहा है। दरअसल चैटलहोयुक के बारे में हुए शोध में ये पता चला था कि दुनिया का पहला शहर 9 हजार साल पहले यानी 7000 ईसा पूर्व में बसा था।
65 साल पहले हुई खोज
आज से करीब 65 साल पहले सन 1958 में चैटलहोयुक की खोज तब हुई। जब जेम्स मेलार्ट नाम के ब्रिटिश खोजकर्ता ने सबसे पहले इस जगह पर खुदाई शुरू की। आपको बताते चलें कि मेलार्ट की टीम ने जल्द ही दुनिया के सबसे पहले शहर की आवासीय संरचना को उजागर करना शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पड़ताल करने वाले भले ही बदल गए हों लेकिन चैटलहोयुक की खोज करने वाली टीम का रिसर्च वर्क आज भी जारी है। उस समय की वास्तुकला और रीति रिवाज को लेकर खोजकर्ताओं की दिलचस्पी साल दर साल बढ़ती ही जा रही है।
कैसे थे यहां के घर
कहा जाता है कि यहां के मकानों में दरवाजे नहीं थे, घरों में आने जाने का रास्त छत से ही था। इस जगह की खुदाई के दौरान मिले अवशेषों से पता चला कि यहां के मकानों के बीच सड़के या गलियां भी नहीं थी। यहां की छतें ही सड़क हुआ करती थीं। यहां के लोग एक दूसरे की छतों से होकर गुजरते थे और बाहर जाने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करते थे। यहां के हर घर में दो कमरे होते थे। जिसमें एक कमरा अनाज रखने के लिए होता था आप उसे किचन भी मान सकते हैं। वहीं दूसरे कमरे में बाकी काम होते थे।
घर में ही दफनाए जाते थे मृतक
चैटलहोयुक के लोग मृत परिजनों को घर के अंदर ही एक उपयुक्त जगह देखकर दफना देते थे। रिसर्च से ये भी पता चला है कि दुनिया के इस सबसे पहले शहर में महिलाओं और पुरुषों का दर्जा समान था। दोनों सारे काम मिलजुल कर करते थे। मध्य तुर्की की इस जगह पर हुए शोध पर विवाद भी हुए। 1965 में रिसर्च का काम बंद करना पड़ा। इस तरह चैटलहोयुक के रहस्य एक बार फिर से राज बनकर धरती के नीचे दबे रह गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1993 में दोबारा खुदाई शुरू हुई तब कहीं इस शहर की सूरत साफ हो सकी।