अश्वगंधा से चेहरे को बनाएं खुबसूरत, रात में भिगोकर करें इस्तेमाल

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अश्वगंधा अपने नाम की तरह ही सेहत के लिए वरदान है. आयुर्वेद में सदियों से अश्वगंधा को ताकत बढ़ाने वाली दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है लेकिन अब कई अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि अश्वगंधा सिर्फ एनर्जी के लिए ही नहीं बल्कि एंग्जाइटी, डिप्रेशन सहित नींद लाने के लिए भी बेहद फायदेमंद है. यही कारण है कि आजकल विदेश में अश्वगंधा की काफी डिमांड हो गई है. अश्वगंधा प्लांट की जड़ से इसका पाउडर तैयार किया जाता है जो सफेद पाउडर की तरह होता है. यदि आप रात में सोने से पहले दूध के साथ इसे मिलाकर पीते हैं तो शरीर पर अलग ही नूर दिखेगा. विदेश में इसे इंडियन जिनसिंग या विंटर चेरी भी कहा जाता है. भारत में अश्वगंधा का इस्तेमाल फर्टिलिटी दूर करने के लिए धड़ल्ले से किया जाता है. हालांकि आधुनिक विज्ञान में अश्वगंधा के कई गुणों को प्रमाणित किया है.

एथलीट के प्रदर्शन में सुधार
हेल्थलाइन की रिपोर्ट ने रिसर्च का हवाला देते हुए बताया है कि अश्वगंधा के सेवन करने के बाद एथलीटों में प्रदर्शन बढ़ जाता है. अश्वगंधा पाउडर के सेवन से एथलीटों में स्टेमिना जबर्दस्त वृद्धि हुई जिससे प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ. अध्ययन के मुताबिक 120 मिलीग्राम से 1250 मिलीग्राम के बीच अश्वगंधा के सेवन करने के बाद एथलीटों का प्रदर्शन बढ़ जाता है. इससे ताकत में काफी वृद्धि हो जाती है.

चिंता-बेचैनी से राहत
आजकल के जीवन में हरेक इंसान तनाव से परेशान है. तनाव के कारण एंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या बढ़ रही है. यदि आप रात में सोते समय अश्वगंधा को दूध के साथ लेते हैं तो इससे स्ट्रेस और एंग्जाइटी जैसी समस्याएं दूर हो सकती है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक अश्वगंधा में एडोप्टोजेन नाम का कंपाउड पाया जाता है जो कॉर्टिसोल हार्मोन के स्तर को कम कर देता है. कॉर्टिसोल हार्मोन ही एग्जाइटी और डिप्रेशन को बढ़ाता है. कॉर्टिसोल हार्मोन की अधिकता के कारण रात में नींद भी प्रभावित होती है. इसलिए यह रात को अच्छी नींद भी ला सकता है.

इनफर्टिलिटी की समस्या से मुक्ति
आयुर्वेद में सदियों से अश्वगंधा और दूध के सेवन को फर्टिलिटी बढ़ाने का रामबाण नुस्खा माना जाता है. अब रिसर्च में भी यह बात साबित हुई है. अध्ययन के मुताबिक अश्वगंधा से पुरुषों में फर्टिलिटी को बूस्ट करता है. एक अध्ययन के मुताबिक 40 से 70 साल के पुरुषों में जब 8 सप्ताह तक अश्वगंधा का टैबलेट दिया गया तो उनमें शारीरिक थकान दूर हो गई और उनमें टेस्टोस्टेरॉन लेवल में 14.7 प्रतिशत की वृद्धि हो गई.

स्किन के लिए फायदेमंद
अश्वगंधा में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होता है. इसके साथ ही यह एंटी-इंफ्लामेटरी भी होता है. एंटी-इंफ्लामेटरी का मतलब स्किन के नीचे यह सूजन को नहीं होने देता क्योंकि यह कोशिकाओं से फ्री रेडिकल्स को निकाल देता है. इससे स्किन का नूर टपकने लगता है. इतना ही नहीं एंटी-इंफ्लामेटरी होने के कारण यह क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को भी कम करता है.

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