डुअल डिग्री प्रोग्राम में कब दाखिला ले सकते हैं? जाने

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यूपी, बिहार, एमपी, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, आईएससी समेत अधिकतर बोर्ड ने 12वीं के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. ये सभी स्टूडेंट्स अब कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रहे हैं. इनमें से लाखों स्टूडेंट्स 15 से 24 मई के बीच सीयूईटी यूजी परीक्षा देंगे. ज्यादातर यूनिवर्सिटी में डुअल डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत हो चुकी है. आप भी चाहें तो 5 साल के डुअल डिग्री कोर्स में एडमिशन लेकर अपना जीवन संवार सकते हैं.

इंडियन एजुकेशन सिस्टम में कई तरह के बदलाव किए गए हैं. ये बदलाव स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी स्तर तक पर नजर आ रहे हैं. अब स्टूडेंट्स 12वीं के बाद 5 वर्षीय डुअल डिग्री प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. इसका सिलेबस बैचलर्स और मास्टर्स, दोनों के हिसाब से तैयार किया जाता है. इसमें स्टूडेंट्स एक ही प्रोग्राम के तहत डबल डिग्री का फायदा उठा सकते हैं. लेकिन डुअल डिग्री कोर्स में दाखिला लेने से पहले आपको इसके बारे में सबकुछ पता होना चाहिए.

Dual Degree Program Meaning: डुअल डिग्री प्रोग्राम क्या है?
विविध ज्ञान के साथ 2 अलग-अलग विषयों में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए डुअल डिग्री प्रोग्राम है से बेहतर कोई विकल्प नहीं है. ज्यादातर यूनिवर्सिटी में डुअल डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है. जिन दो प्रोग्राम का सिलेबस समान स्तर का हो, उनकी डुअल यानी डबल डिग्री हासिल कर सकते हैं. इसे इस उदाहरण से समझ सकते हैं- किसी भी विषय में बीए के साथ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डुअल डिग्री प्रोग्राम कर सकते हैं.

Dual Degree Programs in India: डुअल डिग्री प्रोग्राम में कब दाखिला ले सकते हैं?
डुअल डिग्री कई तरह की होती है- ग्रेजुएशन डिग्री, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री और डबल ग्रेजुएशन/व्यावसायिक डिग्री प्रोग्राम. 12वीं के बाद डुअल डिग्री कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास कई विकल्प हैं. आप चाहें तो बीटेक+एमबीए, बीए+ एलएलबी, बीटेक+एलएलबी, बीटेक+एमएस, बीई+एमई, बीएड+एमएड जैसे कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. इन कोर्स में एडमिशन के लिए पात्रता मानदंड और एक साथ 2 डिग्री चुनने की उपलब्धता संबंधित विश्वविद्यालय तय करते हैं.

Dual Degree Program Benefits: डुअल डिग्री प्रोग्राम के क्या फायदे हैं?
डुअल डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के कई फायदे हैं. एडमिशन से पहले आपको इनकी जानकारी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए-

1- डुअल डिग्री प्रोग्राम स्टूडेंट की नॉलेज और स्किल में इजाफा करता है.

2- 12वीं पास स्टूडेंट यूजी और पीजी डिग्री को एक साथ हासिल कर सकते हैं.

3- इस पाठ्यक्रम के लिए स्टूडेंट को सिर्फ 1 प्रवेश प्रक्रिया देनी होगी.

4- ऐसे कोर्स की पढ़ाई करके समय और पैसे, दोनों की बचत हो सकती है. इससे 4 या 5 सालों में 2 डिग्री हासिल कर सकते हैं.

5- यह कोर्स नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाता है. साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में करियर के लिए बेहतर विकल्प भी मिलते हैं.

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