
नई दिल्ली. ‘द बर्निंग ट्रेन’ (The Burning Train) फिल्म बॉलीवुड की सबसे बड़ी डिजास्टर फिल्मों में से एक है. यह साल 1980 में रिलीज हुई थी. फिल्म में विनोद खन्ना, धर्मेंद्र, परवीन बाबी, जीतेंद्र, नीतू कपूर, हेमा मालिनी,ने अभिनय किया था. हिंदी से सिनेमा के लिए यह पहली बार था जब किसी फिल्म में ये सितारे एक साथ आए थे. इतने बड़े-बड़े सितारों से भरी इस फिल्म से लोगों को काफी उमींदे थी. लेकिन अफसोस इसने हर किसी को काफी निराश किया.

इतना ही नहीं यह भारत की ऐसी एकलौती फिल्म है, जिसके डूबने से भारत सरकार को काफी नुकसान झेलना पड़ा था. भारत सरकार को भी करोड़ों रुपये का चूना लगा था. बता दें कि ‘द बर्निंग ट्रेन’ हॉलीवुड फिल्म ‘द टॉवरिंग इनफर्नो’ पर आधारित थी. फिल्म में चलती ट्रेन के जलने की घटना को दिखाया गया था. जिसका क्लाइमेक्स काफी मंत्रमुग्ध कर देने वाला था लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर डूब गई थी.

आईएमडीबी की एक रिपोर्ट की माने तो फिल्म में कुछ स्पेशल इफेक्ट्स के लिए हॉलीवुड एक्सपर्ट्स को बुलाया गया था. वहीं इफेक्ट्स के अलावा फिल्म की शूटिंग के लिए भारतीय रेलवे की प्रॉपर्टी का भी इस्तेमाल किया गया था. कहा जाता है कि इस फिल्म को बनाने के लिए निर्माता रवि चोपड़ा ने भारतीय रेलवे से किराए पर ट्रेन ली थी.

वहीं फिल्म की शूटिंग के दौरान ट्रेन और रेलवे की अन्य प्रॉपर्टी को करोड़ों का नुकसान पहुंचा था. जब भारतीय रेलवे ने निर्माता से इसकी भरपाई करने को कहा तो उन्होंने इसे चुकाने से इनकार कर दिया था क्योंकि वह पहले से ही फिल्म फ्लॉप होने के बाद कर्ज में डूब गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे ने निर्माता पर केस तक किया था लेकिन बाद में यह खबरें खारिज कर दी गईं थीं.

आपको ये भी बता दें कि ‘द बर्निंग ट्रेन’ पांच साल की देरी से बनी थी. रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म की पहली घोषणा 7 अगस्त 1976 को की गई थी. उस दौरान स्टारकास्ट में शम्मी कपूर, जीतेंद्र, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, जीनत अमान, नीतू सिंह, विद्या सिन्हा जैसे सितारों का नाम था. फिल्म के उसी साल अक्टूबर में फ्लोर पर जाने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.