बावासीर से है परेशान, तो यह योग रहेंगे बेस्ट

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बावासीर : समस्या शारीरिक हो या मानसिक, योग सभी रोगों में असरदार साबित होता है. हमारे गलत लाइफस्टाइल और खानपान के कारण हमें कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है. उन्हीं में से एक बीमारी बवासीर भी है. रोजाना योग आसन और प्राणायाम रक्त संचार को बढ़ाता है, जो बवासीर के इलाज में मदद कर सकता है. सही आहार और योग से इस समस्या को दूर किया जा सकता है. लोकल 18 के साथ बातचीत में उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित साधक योगशाला के योगा ट्रेनर गोकुल बिष्ट बताते हैं कि योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, इसीलिए योग बवासीर में असरदार साबित होता है. योगासन में पवनमुक्तासन, भुजंगासन और बालासन रक्त संचार को बढ़ाते हैं और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, जिससे बवासीर के लक्षणों को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा, योग मानसिक स्थिति को स्थिर रखता है और सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है. जिससे बवासीर के दर्द में राहत मिलती है. गोकुल बिष्ट ने इन तीनों आसनों को विस्तार पूर्वक बताया है.

बालासन

बालासन करने के लिए सबसे पहले पैरों को मोड़कर वज्रासन में बैठ जाएं. उसके बाद अपने दोनों ही हाथों को ऊपर ले जाएं और आगे की ओर झुकें. उसके बाद अपनी हथेलियों को ज़मीन पर ले जाएं. इसके बाद अपने सिर को ज़मीन की ओर ले जाएं. जब आपका माथा जमीन को छू लें, तो रुक जाएं. अब 30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें और लंबी सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें.

भुजंगासन

इस अभ्यास को करने के लिए बिस्तर पर या फिर योग मैट पर अपने पेट के बल सीधा लेटकर अपने दोनों हाथों को अपने कंधे के सामने रखें. उसके बाद धीरे से अपने दोनों हाथों को कंधे के सामने लाते हुए पूरे शरीर को सीधा कर रखें. इसके बाद अपने ऊपरी हिस्से को भुजाओं से उठाएं और अपने पैरों को सीधे रखते हुए कमर से ऊपर के हिस्से को हवा में रखें. इस मुद्रा में 30-60 सेकंड तक रहें.

पवनमुक्तासन

ये आसन बवासीर में काफी असरदार साबित होता है. इस आसन से शरीर की थकान भी दूर होती है. इस आसन को करने के लिए बिस्तर पर लेटकर दोनों पैरों को आपस में मोड़ लें. उसके बाद घुटनों को छाती पर लगाए और दोनों हाथों से पैरों को समेट लें. (ऊपर दिए वीडियो में आप इन आसनों को करते हुए देख सकते हैं.)

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