हकृवि से जुडक़र नई तकनीकों व स्वरोजगार अपनाकर किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आय : विधायक भव्य बिश्नोई
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद, सदलपुर द्वारा गांव सदलपुर में 29वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक एवं स्वरोजगार सम्मेलन के साथ व किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि आदमपुर के विधायक भव्य बिश्नोई रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने की। इस प्रशिक्षण में 8 व्यवसायिक प्रशिक्षण जैसे दूध व इससे बनने वाले उत्पाद, बेकरी, वस्त्र निर्माण, फल व सब्जी प्रशिक्षण, नर्सरी प्रबंधन, बेकरी, स्प्रे तकनीक विषय पर अनुसूचित जाति से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था।
कृषि के क्षेत्र में दूरगामी सोच रखते थे स्वर्गीय चौधरी भजनलाल
मुख्यातिथि विधायक भव्य बिश्नोई ने कहा कि चाहे युवा किसान हो या फिर महिलाएं सभी को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रशिक्षणों आदि में अधिक से अधिक भाग लेना चाहिए, जिससे कि वे विश्वविद्यालय से जुडक़र स्वरोजगार अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि विदेशों की बात करें तो इजराइल ऐसा देश है, जहां पानी की किल्लत है। लेकिन अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग से इजराइल कृषि क्षेत्र में सबसे अव्वल देश माना जाता है। उन्होंने कहा इन कृषि तकनीकों को जानने के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चौधरी भजन लाल ने 1990 में इजराइल देश की यात्रा की थी। क्योंकि वे चाहते थे कि वहां की तकनीक हरियाणा प्रदेश में लागू कर किसानों को समृद्ध बनाया जा सकें। उन्होंने कहा किसानों के मार्गदर्शन के लिए सबसे पहले सदलपुर में ही कृषि विज्ञान केंद्र खोला गया था। विधायक ने युवा किसानों व महिलाओं से आह्वान किया कि वे मधुमक्खी पालन, कीट प्रबंधन, पशुपालन, फसल विविधिकरण व बागवानी प्रबंधन अपनाकर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं, साथ ही दूसरों को रोजगार देने वाले भी बन सकते हैं। इसलिए किसानों को बदलते दौर के साथ अपने उपकरणों, क्रियाओं व प्रबंधन में परिवर्तन करने की जरूरत है। इस दौरान मुख्यातिथि ने स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण में भाग लेने वाले कुल 240 प्रतिभागियों को स्प्रे टंकी, मूवर, बाल्टी, स्केटियर, मिक्सी, ग्राइंडर, कढ़ाई, ओवन, प्लेट्स, पतीला, जूसर, कुकर, स्प्रे पंप व दवाईयां वितरित की गई। इनमें 160 अनुसूचित जाति से जुड़ी महिलाएं व 80 पुरूष शामिल थे।
किसानों की सेवा के लिए हकृवि सदैव तत्पर : प्रो. बी.आर. काम्बोज
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि किसान की समस्या को अपनी समस्या मानकर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक लगातार अनुसंधान कार्य कर रहे हैं। हमारा एक ही लक्ष्य है कि किसान की मेहनत बेकार न जाए और उसके द्वारा बोई गई फसल सही समय पर अच्छे से तैयार हो ताकि उसकी भरपूर पैदावार मिल सके । उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक निरंतर मेहनत करते हुए विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों और तकनीकों को विकसित करने में जुटे हुए हैं ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सके । उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा विश्वविद्यालय व उससे संबंधित कृषि विज्ञान केंद्रों से जुडक़र अधिक से अधिक लाभ उठाएं। विश्वविद्यालय की ओर से निरंतर किसानों, महिलाओं, युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है, जिसमें फसलों के मूल्य संवर्धन, दूध के मूल्य संवर्धन सहित बागवानी, समन्वित खेती, फसल विविधिकरण आदि के बारे में लगातार जानकारी दी जाती है। यहां से प्रशिक्षण हासिल कर प्रशिक्षणार्थियों स्वरोजगार स्थापित करने में सहायता मिलती है।
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय प्रदेश के हर गांव से जुड़ा हुआ है। इसके तहत 15 किसानों का या महिला किसानों का डेटा बेस रखा गया है ताकि सरकार की कोई भी सुविधा है, वैज्ञानिक जानकारी है, मौसम से संबंधित जानकारियां है उसे किसानों तक जल्द से जल्द से पहुंचाया जा सकें। कुलपति ने सभा में भारी संख्या में मौजूद महिलाओं की संख्या देखकर प्रशंसा करते हुए कहा कि आज इस बदलते समय में मैं चाहूंगा कि हमारी मातृ-शक्ति का बड़ा योगदान हो सकता है। किसी भी व्यवसाय को अपनाने में और अपने परिवार की प्रगति करने में उनका अहम योगदान है। जब परिवार प्रगति करेगा तो निश्चित रूप से प्रदेश से लेकर देश भी तरक्की करेगा। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने विस्तार शिक्षा की गतिविधियों के बारे में सभी को अवगत कराया। मंच का संचालन सदलपुर के कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य संयोजक डॉ. नरेंद्र ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, शिक्षाविदें, गांव सदलपुर के सरपंच सहित भारी संख्या में महिलाएं व आसपास गांवों के किसान मौजूद रहे।