Why Potassium Low: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत से विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है. इन्हीं में से एक है पोटेशियम. ये शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण खनिज है. पोटेशियम लेवल शरीर में वाटर बैलेंस के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है. सिर्फ इतना ही नहीं ये खनिज मेंटल स्ट्रेस और नर्व फंक्शनिंग के लिए भी महत्वपूर्ण होता है.
क्यों कम होता है पोटेशियम ?
पोटेशियम लेवल कम होने के कई कारण से हो सकते हैं. जिनमें से मुख्य कारण हैं एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन, दस्त, उल्टी, मैग्नीशियम का स्तर कम होना, अत्यधिक पसीना होना और शरीर में फोलिक एसिड की कमी होना. अगर इनमें से किन्हीं कारणों से परेशान है तो ज्यादा चांस है कि आपके शरीर में पोटेशियम की कमी होगी. हर समय अगर शरीर में सुस्ती रहती है, थकान महसूस होता है, मानसिक तनाव रहता है तो ये पर्याप्त संकेत है कि शरीर में पोटेशियम की कमी है. आइये जानते हैं कि इस खनिज की कमी होने के और कौन-कौन से मुख्य लक्षण होते हैं?
पोटेशियम कम होने के लक्षण…
1- बार-बार पेशाब आना
बार-बार पेशाब आना पोटेशियम की कमी का संकेत हो सकता है. इसके साथ ही अगर हर वक्त पेशाब महसूस होता है तो ज्यादा चांस है कि शरीर में पोटेशियम की कमी है.
2- पाचन क्रिया ठीक न होना
अगर पाचन क्रिया ठीक नहीं है तो इसके कई कारण हो सकते हैं. बहुत बार तो ये खान पान की वजह से होता है. अगर लंबे समय से इससे परेशान हैं तो ये शरीर में पोटेशियम के कम होने का संकेत हो सकता है.
3- मांसपेशियों में मरोड़ या ऐंठन होना
मांसपेशियों में मरोड़ होना एक अचानक और अनियंत्रित रूप से मांसपेशियों में संकुचन आने की स्थिति होती है. ऐसा तब होता है जब खून में पोटेशियम लेवल कम होता है.
4- झुनझुनी पड़ना
आम तौर पर किसी अंग में ब्लड सर्कुलेशन रुकने की वजह से झुनझुनी पड़ती है. अगर बाजुओं में या टांगों में बिना वजह झुनझुनी महसूस होती है या त्वचा सुन्न हो जाती है तो ये शरीर में पोटेशियम की कमी होने का संकेत होता है.
5- तनाव
दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए पोटेशियम बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भ्रम होना, अचानक अवसाद की स्थिति में पहुंच जाना, मूड स्विंग्स होना रोज होता है तो ये पर्याप्त संकेत है कि शरीर में पोटेशियम की कमी है.
लेकिन इन पांच चीजों को डेली लाइफ में शामिल करके पोटेशियम की कमी को रिकवर किया जा सकता है.