Demat account
आप नौकरी करती हैं या कारोबार करती हैं, आपको इनकम टैक्स देना होता है. आपकी आय पर लगने वाले टैक्स पर मिलने वाली छूट से आप महरूम रह जाएंगी यदि निवेश शुरू नहीं करेंगी. विशेषज्ञ बताते हैं कि एक से ज्यादा डीमैट खाते आयकर रिटर्न पर अधिक बचत करवा सकती हैं. जुलाई तक आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना है, ऐसे में इस बात को एक्सपर्ट के हवाले से आपको समझ लेना चाहिए. आइए समझें कि एक से ज्यादा डीमैट खाते खोलकर इनकम टैक्स कैसे बचाया जा सकता है.
क्या है डीमैट को लेकर यह नियम…
नेटवर्क18 के तहत आने वाले सीएनबीसी-आवाज़ चैनल में टैक्स एक्सपर्ट मुकेश पटेल ने बताया कि आज भी कई लोगों के मन में यह गलत धारणा है कि मेरे नाम के बाद सिर्फ एक ही डीमैट अकाउंट हो सकता है. कानूनों के अनुसार, आप एक से अधिक डीमैट खाते रख सकते हैं. लेकिन इस बाबत वह प्रतिबंधों को लेकर सतर्क रहने की सलाह देते हैं. पटेल बताते हैं कि आपको बस एक बात का ध्यान रखना होगा, आप अपने डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) या ब्रोकर के पास एक से अधिक खाते नहीं रख सकते हैं. यदि आप दो अलग-अलग डीपी या ब्रोकरों के साथ एक से अधिक डीमैट खाता रखना चाहते हैं, और इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. (महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं
पटेल ने कहा, अगर मैं व्यापारी और निवेशक दोनों का लाभ लेना चाहता हूं तो मुझे इसके लिए दो अलग-अलग डीमैट खाते रखने होंगे – एक कामकाजी उद्देश्यों के लिए और दूसरा निवेश के लिए. साथ ही, अगर मैं एक व्यापारी नहीं बनना चाहता और एक निवेशक के रूप में जारी रखना चाहता हूं…