बॉडी : हट्ठा-कट्ठा और गठीला बदन बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. पहले के जमाने में पहलवानी करने वाले लोगों की बॉडी में टोन और ताकत देखी जा सकती थी लेकिन आजकल लोग जिम में घंटों पसीना बहाकर बॉडी में टोन लाते हैं या सिक्स पैक बनाते हैं. सिक्स पैक बनाने के लिए मसल्स में स्ट्रैंथ और टोन का होना बहुत जरूरी है. हालांकि जिम में अधिकतर लोग मसल्स में स्ट्रैंथ लाने के लिए रेपीटेशन पर ज्यादा ध्यान देते हैं लेकिन अगर सच में आपको मसल्स में असली ताकत लानी है तो इसके लिए रेपीटेशन या ज्यादा बायसेप, ट्राईसेप करने की जरूरत नहीं है बल्कि इसके लिए एक अलग ट्रिक की जरूरत होती है.
मसल्स में स्ट्रैंथ लाने का ट्रिक
डेली मेल की रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर आप मसल्स में स्ट्रैंथ लाना चाहते हैं तो इसके लिए हैवी वेट उठाने की जरूरत होती है. यह ऐसा ट्रिक है जिससे आपका मसल्स का साइज भी बढ़ेगा और मसल्स में स्ट्रैंथ भी आएगा. हालांकि यह आसान नहीं है क्योंकि ज्यादा वेट यानी ज्यादा वेट वाले डंबल को उपर उठाना मुश्किल काम है. हालांकि इसमें आपको ज्यादा रेपीटेशन करने की जरूरत नहीं है. मसलन यदि आप ट्राईसेप के लिए 1-1किलो का वजन उठाते हैं और इसे 10-10 का तीन बार करते हैं तो इसे 2-2 किलो कर दीजिए और 5-5 का तीन बार ट्राईसेप कीजिए. इससे मसल्स में स्ट्रैंथ आएगा.
मसल्स का पूरा सिस्टम मजबूत होता
यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको के एक अध्ययन के मुताबिक जब आप हैवी वेट उठाते हैं तो इससे मसल्स सेल में बहुत छोटे-छोटे टियर हो जाते हैं यानी कोशिकाओं में मामूली दरारें आती हैं. इससे शरीर बहुत जल्दी इसे रिपेयर करने के लिए तैयार हो जाता है. जब बॉडी इस फटी हुई कोशिकाओं की मरम्मत करता है तो पुराने की जगह नए सेल्स भी बनने लगते हैं और धीरे-धीरे मसल्स सेल में वृद्धि के साथ इसमें मजबूती आती है. इससे मसल्स का पूरा सिस्टम मजबूत होता है. हालांकि जब आप एक्सरसाइज के दौरान हैवी वेट उठाते हैं तो इसे प्रॉपर तरीके से करना चाहिए. क्योंकि अचानक आपने हैवी वेट उठाया तो इससे इंज्यूरी की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है. इसलिए योग्य फिटनेस एक्सपर्ट की निगरानी में ही वेट को बढ़ाएं. जिम में जब आप वेट को बढ़ाएंगे तो धीरे-धीरे बढ़ाएंगे, अचानक नहीं. उदाहरण के लिए यदि आप एक-एक किलो का वजन उठाते हैं तो अगला सप्ताह इसे डेढ़ किलो तक रखें फिर अगला सप्ताह ज्यादा वजन उठाएं. इससे इंज्यूरी नहीं होगा.