गर्मियों के मौसम की एक सब्जी लोबिया की फली होती है. हालांकि यह बारिश में भी उगाई जाती है लेकिन अभी गर्मी चल रही है, इसलिए बात गर्मी से संबंधित करते हैं. बाजार से यह सब्जी लेते समय किस चीज का ध्यान रखना चाहिए और किसान भाई भी इसकी खेती करते समय क्या सावधानी बरतें? इस संबंध में हुए इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट -पूसा के वैज्ञानिक बता रहे हैं.
आईएआरआई-पूसा के वेजीटेबल साइंस डिपार्टमेंट के प्रमुख डा. भोपाल सिंह बताते हैं कि सब्जी किसानों के लिए लाभदायक सब्जी बन सकती है, उनकी आय बढ़ सकती है. इसके लिए किसानों को जागरूक होना पड़ेगा. वहीं आम लोगों को बाजार में लोबिया खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना, जिससे सब्जी स्वादिष्ट बनेगी.
के वेजीटेबल साइंस डिपार्टमेंट के प्रमुख डा. भोपाल सिंह
वो बताते हैं कि पूसा की पूसा धारिणी लोबिया है. आम लोग बाजार में जब लोबिया खरीदने जाएं तो इसके रंग और साइज पर जरूर ध्यान दें. लोबिया हरे रंग की होनी चाहिए और इसकी लंबाई 18 से 22 इंच से अधिक नहीं होनी चाहिए. अगर हरा रंग पीलापन लिए होगा और लंबाई अधिक होगी तो ये फलियां पकी हो सकती हैं और स्वाद नहीं आएगा.
डा. भोपाल सिंह तोमर बताते हैं कि किसानों को इसकी फसल करते समय ध्यान रखना चाहिए. पूसा धारिणी बीज डालने का सबसे बड़ा फायदा होता है कि यह विषाणु रहित है. इस वजह से इसमें दवा के छिड़काव की जरूरत नहीं होती है. पैदावार 8 से 10 टन प्रति हेक्टेयर होती है और इसे 45 दिनों में तोड़ सकते हैं. दवा का छिड़काव न होने से आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए अच्छी है, वहीं, इसकी पैदावार भी अधिक है. इस तरह आम लोगों और किसान दोनों के लिए पूसा की यह लोबिया फायदेमंद है.