आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास इतना काम है की वो खाना बनाने में ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं. यही वजह है की लोग अब पत्थर के सिलबट्टे की जगह मिक्सर का इस्तेमाल करने लगे हैं. लोग अब मेहनत भी कम करना चाहते हैं. इसलिए भी वो मिक्सर यूज करते हैं. पहले महिलाएं सिलबट्टे पर ही मसाले और चटनी को पीसने का काम करती थी. जिससे शारीरिक व्यायाम भी हो जाता था.
मिक्सर में बस दो मिनट में मसालों से लेकर तीखी मिर्च तक पीसकर पेस्ट बन जाती है. मिक्सर का फायदा ये कि समय भी बचता है और मिर्च-मसालों की वजह से हथेलियों पर होने वाली जलन से भी छुटकारा मिलता है. सिलबट्टे से मिक्सर तक की दूरी पूरी कर लेने के बाद यह सवाल बड़ा है कि क्या सेहत और स्वाद पर इसका कोई असर पड़ा है?
सिलबट्टे के फायदे
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में पिछले 20 वर्षों से तैनात गृह विज्ञान की एक्सपर्ट डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सिलबट्टा एक पुराना पारंपरिक घरेलू उपकरण है. जिसका उपयोग आमतौर पर मसाले को पीसने के लिए किया जाता है. यह पत्थर का बना होता है. जिसकी वजह से पत्थर में पाए जाने वाले खनिज तत्व और सूक्ष्म पोषक तत्व भी मसाले में आ जाया करते थे. जिससे भोजन में स्वाद के साथ ही पौष्टिकता बढ़ जाती थी. लेकिन अब सिलबट्टे की जगह मिक्सर ने ले लिया है. मिक्सर में बहुत कम समय में मसाले पिस जाते हैं लेकिन मसालों की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है.
इस कारण मिक्सर में बदल जाता है मसालों का स्वाद
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि मिक्सर से मसाला पीसने पर उसके ब्लेड की वजह से जार में गर्मी बढ़ती है और मसाले गर्म हो जाते है इस कारण मसालों का स्वाद बदल जाता है. मसालों की खुशबू गायब हो जाती है जबकि सिलबट्टे पर मसाला पीसने से मसाले गर्म नहीं होते. मसाले में मौजूद पोषक तत्व बरकरार रहते हैं और फिर सिलबट्टे पर पिसे हुए मसाले से बना हुआ भोजन बेहद ही स्वादिष्ट होता है. मिक्सर में मसाले पीसने पर गर्म हुए मसाले शरीर को नुकसान भी पहुंचाते हैं. लेकिन सिलबट्टे पर पिसे हुए मसाले शरीर में गर्मी पैदा होने नहीं देते .
मिक्सर से गायब हो जाते है मसालों के पोषक तत्व
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सिलबट्टे पर मसाले पीसने से मसाले में मौजूद तेल उड़ नहीं पता और वह मसाले में ही बना रहता है. सिलबट्टे पर मसाला पीसने से पत्थर में मौजूद खनिज तत्व और पोषक तत्व मसाले में आ जाते हैं. जिससे भोजन की पौष्टिकता बढ़ जाती है. खुशबू और स्वाद बेहतर होता है. लेकिन मिक्सर में मसाले पीसने पर मसाले में मौजूद तेल गर्म होकर जल जाते हैं. जिससे मसाले की गुणवत्ता कम हो जाती है.
सिलबट्टे से होता है शारीरिक व्यायाम
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि मिक्सर से मसाले पीसने में समय कम लगता है लेकिन इससे बिजली की खपत भी होती है. वहीं सिलबट्टा का इस्तेमाल करने से थोड़ा समय ज्यादा लगता है. लेकिन सिलबट्टे पर मसाला पीसने से महिलाओं का शारीरिक व्यायाम हो जाता है. जिससे पेट और जांघों के आसपास की चर्बी कम हो जाती है.
मिक्सर से हाथ रहते है सुरक्षित
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सिलबट्टे पर मसाले पीसने से हाथों में जलन हो सकती है. लेकिन मिक्सर से मसाले पीसने पर हाथ सुरक्षित रहते हैं. समय की बचत होती है.