कई लोगों की आदत होती है कि वे अपने पार्टनर से झगड़े के बाद जल्दी ही समझौता कर लेते हैं. लेकिन विचार एक होने पर भी कार्य अलग-अलग होता है और विवाद बढ़ जाता है. अहम बात यह है कि पार्टनर से बहस होने के बाद आप उसे सुलझाने के बारे में सोचते हैं. लेकिन ऐसा करते समय की गई 3 गलतियां महंगी पड़ सकती हैं. कई बार सुलह करने के चक्कर में चीजें गलत हो जाती हैं और हमारे पास पछताने के अलावा कुछ नहीं बचता. आज के आर्टिकल में हम इन्हीं चीजों के बारे में बात करने जा रहे हैं.
रिश्तों में बहस होना सामान्य बात है और यह नियमित रूप से होनी भी जरूरी है, क्योंकि कुछ हद तक यह रिश्ते को मधुर बनाए रखता है. क्योंकि जब तक बातचीत बंद नहीं होती और हम एक-दूसरे का चेहरा देखना पसंद नहीं करते, तब तक यह स्थिति संभाली जा सकती है. झगड़े के बाद जाने-अनजाने में की गई कुछ बातें विवाद को बढ़ाने लगती हैं.
बहस के कारण पर कभी भी ध्यान नहीं देना चाहिए
अक्सर, कपल के बीच बहस समय के साथ शांत हो जाता है. लेकिन अगर कोई कपल खुद को याद दिलाता रहे कि उनके बीच बहस क्यों हुई, तो इससे बहस खत्म नहीं होगी. इसलिए यदि आप किसी बहस को खत्म करना चाहते हैं, तो इस बारे में बात न करें कि बहस कहां से शुरू हुई, क्योंकि ऐसा करने से चिंगारी फिर से भड़क सकती है. अगर आप इस बात पर चर्चा करके सुलह की सोच रहे हैं कि झगड़ा कहां से शुरू हुआ तो आप गलती कर रहे हैं. कई बार इससे पार्टनर और भी नाराज हो जाता है.
सुलह का दिखावा मत करो
अगर आप विवादों को निपटाने और शांति स्थापित करने का इरादा रखते हैं, तो इसे दिल से करें, दिखावे के लिए नहीं. क्योंकि कई बार झूठी भावनाएं सामने आ जाती हैं और फिर नई बहस शुरू हो जाती है. अगर गलती आपकी है तो उसे आसानी से स्वीकार कर लें, सॉरी बोल दें और अगर गलती सामने वाले की भी है तो चीजों और स्थिति को समझकर मामले को खत्म करने की कोशिश करें. लेकिन ज्यादातर कपल सुलह का सिर्फ दिखावा करते हैं. रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह आपके रिश्ते के लिए अच्छा नहीं है, अगर आपको अपने पार्टनर से कोई परेशानी है तो उस पर चर्चा करें और हल निकालें.
बिल्कुल भी जल्दबाजी न करें
विवाद सुलझाने में जल्दबाजी करने का कोई मतलब नहीं है. अगर किसी गंभीर मुद्दे पर बहस हो रही है तो अपने पार्टनर को शांत होने का मौका दें. बातचीत से समाधान निकालना सही रास्ता है, लेकिन सही अवसर की प्रतीक्षा करें. गुस्से में सही बात भी गलत लगती है और सही निर्णय लेना मुश्किल हो जाता है. लड़ाई के बाद चिढ़ाने और गाली देने की आदत छोड़ दें और कुछ समय के लिए एक-दूसरे को अकेला छोड़ दें. लेकिन उसके बाद विषय को कैसे शांत किया जाए इसका ध्यान रखें.