भारत और चीन, दोनों देश एशिया के सबसे बड़े देश हैं, लेकिन हाल के वर्षों में भारतीय पुरुषों की हाइट में वृद्धि की गति चीन के पुरुषों की तुलना में काफी धीमी रही है। एक हालिया अध्ययन ने इस अंतर को उजागर किया है, जिससे यह सवाल उठता है कि आखिर भारतीय पुरुषों की हाइट क्यों कम हो रही है। आइए, इस विषय का गहराई से विश्लेषण करते हैं।
चीन की हाइट में वृद्धि का सफर
1985 के बाद के आंकड़े बताते हैं कि चीन ने मर्दों की हाइट बढ़ाने पर काफी ध्यान दिया है। विशेष रूप से पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, और शिक्षा के क्षेत्रों में सुधार ने चीनी पुरुषों की औसत हाइट में वृद्धि की है। 1985 से 2019 के बीच, 19 साल के चीनी लड़कों की औसत हाइट 5 फुट 11.37 इंच तक पहुंच गई है, जबकि भारतीय पुरुषों की औसत हाइट सिर्फ 5 फुट 10 इंच है। इसका मतलब है कि चीनी पुरुषों की हाइट में वृद्धि हो रही है, जबकि भारतीय पुरुषों में यह वृद्धि कम हो रही है।
भारत में कम होती हाइट के कारण
भारत में HEIGHT में कमी का मुख्य कारण कुपोषण है। भारत ने पिछले कुछ दशकों में आर्थिक विकास किया है, लेकिन अभी भी यहाँ बहुत से लोग कुपोषण का शिकार हैं। भारतीय बच्चों में 30 प्रतिशत कुपोषण की समस्या गंभीर बनी हुई है, जो उनकी हाइट में वृद्धि को प्रभावित कर रही है।
डॉ. जगदीश हीरामठ, जो कि पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट हैं, बताते हैं कि “चीन ने पिछले तीन दशकों में पोषण और स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान केंद्रित किया है, जबकि भारत में अब भी बहुत से लोग कुपोषण का सामना कर रहे हैं।”
शहरीकरण और इसका प्रभाव
शहरीकरण भी इस मामले में एक महत्वपूर्ण पहलू है। चीन ने शहरीकरण के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया है, जिससे वहाँ के नागरिकों की HEIGHT में वृद्धि हुई है। भारत में भी शहरीकरण की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन यहाँ के लोग स्वास्थ्य सेवाओं का उचित लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। कई क्षेत्रों में आज भी स्वास्थ्य सुविधाएँ कम हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की हाइट प्रभावित हो रही है।
गर्भावस्था और बचपन का पोषण
डॉ. हीरामठ ने गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पौष्टिक तत्वों की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, जब बच्चा पैदा होता है, तो उसे भी सही पोषण प्रदान करना आवश्यक है। स्वस्थ माहौल में खेलना और साफ पानी व हेल्दी फूड का सेवन करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
आवश्यक पोषक तत्व
गर्भावस्था और बचपन के दौरान, फॉलिक एसिड, विटामिन ए और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सरकार को प्राथमिकता के आधार पर योजनाएं बनानी चाहिए। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि हर बच्चे को जन्म से लेकर युवावस्था तक उचित पोषण मिले।
समाधान और सुझाव
भारतीय पुरुषों की हाइट बढ़ाने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
- सकारात्मक जीवनशैली अपनाना: नियमित व्यायाम और खेलकूद से बच्चों की हाइट में सुधार हो सकता है। यह न केवल मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि शरीर के विकास में भी मदद करता है।
- स्वस्थ आहार: संतुलित आहार जिसमें फल, सब्जियां, डेयरी उत्पाद, और अनाज शामिल हों, हाइट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- शिक्षा और जागरूकता: लोगों में पोषण के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी आवश्यक है। स्कूलों और समुदायों में हेल्थ कैम्प का आयोजन किया जाना चाहिए।
- सरकारी योजनाएँ: सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और कुपोषण को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
भारतीय पुरुषों की हाइट में कमी एक गंभीर समस्या है, जिसका समाधान समय पर करना आवश्यक है। सही पोषण, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, और जागरूकता के माध्यम से हम इस अंतर को कम कर सकते हैं। यदि हम सभी मिलकर इस दिशा में कदम उठाएँ, तो भारतीय पुरुषों की हाइट को भी तेजी से बढ़ाया जा सकता है।
अंततः, यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है कि हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और सही पोषण को प्राथमिकता दें। यही हमारी भविष्य की पीढ़ी को भी सुनिश्चित करेगा।