आजकल हर व्यक्ति अपने घर को वास्तु के अनुसार ही बनवाता है, जिससे कि उसके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहे और करियर में भी तरक्की होती रहे. लेकिन क्या आपको पता है कि जब हम वास्तु के नियमों के अनुसार, घर का निर्माण करवाते हैं तो घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन और कलश रखा जाता है. अगर आपको इस बात की जानकारी नहीं है तो आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कि ऐसा क्यों किया जाता है?
क्यों रखते हैं नाग-नागिन का जोड़ा?
दरअसल, घर की नींव रखते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना बेहद फलदाई माना जाता है. वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब भी घर की नींव रखी जाती है तो उसमें चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा और कलश रखा जाता है. इसका वर्णन श्रीमद भागवत महापुराण के पांचवें स्कंद में मिलता है कि धरती के नीचे पाताल लोक है और पाताल लोक के स्वामी शेषनाग हैं. इसलिए घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन को रखते हैं, जिससे कि शेष नाग संपत्ति और घर की हमेशा रक्षा करते रहें.
क्या हैं नाग-नागिन रखने के फायदे?
-नाग-नागिन का जोड़ा नींव में रखने से आपके घर और परिवार पर महादेव की सदैव कृपा बनी रहती है. साथ ही घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है. इसके अलावा वास्तु शास्त्र की मानें तो नाग-नागिन के जोड़े से वास्तु दोषों से भी छुटकारा मिलता है.