नई दिल्ली: भारत में शादियों का मौसम आते ही विभिन्न उद्योगों में हलचल मच जाती है। विशेषकर, शादी में शामिल होने वाले लोग नए कपड़े, ज्वैलरी और जूते खरीदने के लिए तैयार होते हैं। इस बीच, सालियों की जूते चुराने की परंपरा भी खास महत्व रखती है। दूल्हे के जूते चुराकर सालियां अपने जीजा को तंग करने का आनंद लेती हैं, जो इस पूरे अनुभव को और मजेदार बनाता है। लेकिन जूते की इस मस्ती के पीछे छिपा है एक बड़ा बिजनेस, जिसका फायदा विभिन्न कंपनियों को होता है।

जूते का कारोबार: संभावनाएं और लाभ
जब शादियों का सीजन शुरू होता है, तो न केवल दूल्हा-दुल्हन बल्कि उनके परिवार और रिश्तेदार भी नए जूते खरीदते हैं। इससे जूते की बिक्री में तेजी आती है और फुटवियर उद्योग को जबरदस्त मुनाफा होता है। खासकर, संगठित फुटवियर कंपनियां जैसे बाटा इंडिया, मेट्रो ब्रांड्स और रिलैक्सो इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।
ब्रोकरेज फर्म IIFL ने हाल ही में इन कंपनियों पर ध्यान केंद्रित किया है और भविष्य में उनकी संभावनाओं के बारे में अपनी राय साझा की है। IIFL का मानना है कि संगठित फुटवियर उद्योग मिड टर्म में स्थिर विकास की ओर बढ़ रहा है। इसमें उपभोक्ताओं के बढ़ते आय और संगठित चैनलों की ओर रुझान शामिल है।
फुटवियर कंपनियों का प्रदर्शन
फुटवियर ब्रांड्स के शेयर इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। 14 अक्टूबर 2024 तक, मेट्रो ब्रांड्स का शेयर लगभग 1.38% गिरकर ₹1208 पर ट्रेड हो रहा था, जबकि बाटा इंडिया का शेयर 0.04% बढ़कर ₹1407 पर था।
विश्लेषक IIFL ने बाटा इंडिया और मेट्रो ब्रांड्स के शेयरों को खरीदने की सिफारिश की है। दोनों कंपनियों के लिए लक्ष्य मूल्य क्रमशः ₹1700 और ₹1425 निर्धारित किए गए हैं, जो संभावित रूप से 22% और 17.7% की वृद्धि दर्शाते हैं। वहीं, रिलैक्सो फुटवियर्स पर ‘सेल’ की रेटिंग दी गई है, जिसका लक्ष्य मूल्य ₹700 (12.6% की संभावित गिरावट) रखा गया है।
बाजार का ताजा हाल
2024 में, बाटा इंडिया ने निवेशकों की संपत्ति को 14% तक घटाया है, जबकि मेट्रो ब्रांड्स में 3.5% की गिरावट आई है। इसी तरह, रिलैक्सो का शेयर भी 12% गिरा है। इन आंकड़ों की तुलना में, बेंचमार्क निफ्टी 50 ने 15% की वृद्धि दर्ज की है, जो इन कंपनियों के प्रदर्शन को संदर्भित करता है।

मेट्रो ब्रांड्स का उदय
IIFL की लिस्ट में मेट्रो ब्रांड्स सबसे ऊपर है, और इसके बाद बाटा इंडिया, कैंपस और रिलैक्सो आते हैं। मेट्रो ब्रांड्स के लिए यह एक सुनहरा समय है, क्योंकि वह अपने स्टोर नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है। अगस्त में, मेट्रो ब्रांड्स ने घोषणा की कि वह अगले दो वित्तीय वर्षों में 225 नए स्टोर खोलने की योजना बना रहा है।
इसके अलावा, मेट्रो ब्रांड्स ने अप्रैल से जून 2024 के बीच 15 नए स्टोर खोले थे और इस वित्तीय वर्ष में 100 से अधिक स्टोर जोड़ने की योजना बनाई है। पिछले वित्तीय वर्ष में उद्योग में मांग में धीमी गति के बावजूद, मेट्रो ब्रांड्स का यह प्रयास उन्हें एक नई ऊंचाई पर ले जा सकता है।
बाटा इंडिया की स्थिरता
बाटा इंडिया भी इस अवसर का लाभ उठाने में पीछे नहीं है। कंपनी ने मई में CNBC-TV18 को बताया था कि वह हर साल 100-150 नए स्टोर खोलने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी के एमडी और सीईओ गुंजन शाह ने कहा, “हम निरंतर विस्तार कर रहे हैं। पिछले साल हमने 140 स्टोर जोड़े थे, जिनमें से 10 स्टोर फ्रैंचाइज़ी के तहत थे। इस तिमाही में औसत स्तर तक वृद्धि देखने को मिलेगी।”

रिलैक्सो फुटवियर्स की रणनीति
रिलैक्सो फुटवियर्स भी मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए दो अंकों की रेवेन्यू ग्रोथ और मार्जिन में सुधार की उम्मीद कर रहा है। इसने संकेत दिया है कि वह अपने उत्पादों को और अधिक बेहतर बनाते हुए बाजार में प्रतिस्पर्धा को चुनौती देगा।
इस शादी के मौसम में, सालियों की शरारतें न केवल मजेदार हैं, बल्कि यह फुटवियर उद्योग के लिए भी एक बड़ा अवसर है। जूते खरीदने की परंपरा से जुड़े इस व्यवसाय ने विभिन्न कंपनियों के लिए वृद्धि की संभावना को बढ़ा दिया है। ब्रोकरेज फर्म IIFL की रिपोर्ट के अनुसार, फुटवियर कंपनियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, और जो कंपनियां सही रणनीतियों के साथ आगे बढ़ेंगी, वे निश्चित रूप से इस सीजन का भरपूर लाभ उठाएंगी।
यदि आप भी इस सीजन में नए जूते खरीदने का सोच रहे हैं, तो यह समय सही निवेश करने का है। फुटवियर कंपनियों के शेयरों में भी संभावित वृद्धि की उम्मीद की जा रही है, इसलिए निवेशकों को इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस तरह, शादियों का मौसम केवल आनंद का नहीं, बल्कि आर्थिक लाभ का भी समय बन जाता है।
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