राजीव खंडेलवाल का नाम जब भी सामने आता है, तो उनके टीवी शोज में दमदार अभिनय और करिश्माई व्यक्तित्व की यादें ताजा हो जाती हैं। टीवी की दुनिया में उन्होंने अपनी पहचान इतनी गहरी बना ली थी कि वह लाखों दिलों की धड़कन बन गए थे। लेकिन बॉलीवुड में उनकी एंट्री वह चमत्कार नहीं कर सकी, जो उनकी टीवी यात्रा में दिखा था। टीवी के सुपरस्टार राजीव खंडेलवाल ने फिल्मी दुनिया में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह उस सफलता को बड़े पर्दे पर हासिल नहीं कर पाए, जो उन्हें छोटे पर्दे पर मिली थी।
शुरुआती जीवन और करियर
राजीव खंडेलवाल का जन्म 16 अक्टूबर, 1975 को राजस्थान के जयपुर में हुआ था। वह एक मारवाड़ी परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके पिता लेफ्टिनेंट कर्नल सीएल खंडेलवाल (सेवानिवृत्त) हैं। राजीव की पढ़ाई जयपुर में हुई और आगे की शिक्षा के लिए उन्होंने अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाखिला लिया।
शुरुआत में उनका एक्टिंग की तरफ कोई विशेष झुकाव नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, उनके अंदर अभिनय की रुचि जाग्रत हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के एक प्रोडक्शन हाउस के साथ काम करना शुरू किया, और मॉडलिंग के जरिए अपने करियर की शुरुआत की। धीरे-धीरे उन्होंने कुछ टीवी विज्ञापनों में काम किया, और यहां से उनके एक्टिंग करियर की सही दिशा शुरू हुई।
टीवी से सुपरस्टारडम तक का सफर
राजीव खंडेलवाल को असली पहचान तब मिली जब उन्होंने 2002 में टीवी सीरियल ‘क्या हादसा क्या हकीकत’ में काम किया। हालांकि, असली सफलता और प्रसिद्धि उन्हें ‘कहीं तो होगा’ से मिली। इस शो में उनका किरदार ‘सुजल गरेवाल’ घर-घर में जाना-पहचाना नाम बन गया। इस शो ने उन्हें टीवी की दुनिया में एक सुपरस्टार के रूप में स्थापित कर दिया।
‘कहीं तो होगा’ के बाद राजीव ने कई अन्य टीवी शोज में भी अपनी एक्टिंग के दम पर दर्शकों का दिल जीता। ‘लेफ्ट राइट लेफ्ट’ और ‘सीआईडी’ जैसे शो में उनके अभिनय को खूब सराहा गया। राजीव ने अपने हर किरदार में गहराई और नयापन डाला, जिससे वह टीवी दर्शकों के बीच एक प्रिय चेहरा बन गए।
बॉलीवुड में एंट्री
टीवी पर अपार सफलता हासिल करने के बाद, राजीव खंडेलवाल ने बॉलीवुड का रुख किया। साल 2008 में उनकी पहली फिल्म ‘आमिर’ रिलीज़ हुई, जिसमें उन्होंने डॉ. आमिर अली का किरदार निभाया। फिल्म में उनकी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई, और उन्होंने इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर नॉमिनेशन भी हासिल किया। ‘आमिर’ में उनका अभिनय बहुत प्रभावी था, और इसने यह साबित किया कि राजीव में दमदार अभिनय क्षमता है।
हालांकि, जहां उनकी एक्टिंग को सराहा गया, वहीं फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई। इसके बावजूद, राजीव ने हार नहीं मानी और बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रयासरत रहे। उन्होंने ‘शैतान’, ‘टेबल नंबर 21’, ‘साउंडट्रैक’, और ‘विल यू मैरी मी?’ जैसी फिल्मों में भी काम किया, लेकिन ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं।
टीवी से बॉलीवुड तक का संघर्ष
राजीव खंडेलवाल का फिल्मी सफर जितना आशाजनक नजर आया था, उतना ही संघर्षपूर्ण साबित हुआ। टीवी के सुपरस्टार ने फिल्मों में अपनी जगह बनाने के लिए टीवी को छोड़ दिया, लेकिन उनकी फिल्में दर्शकों को लुभा नहीं सकीं। एक के बाद एक उनकी फिल्में फ्लॉप होती चली गईं, और वह फिल्मों में वह पहचान नहीं बना पाए, जो उन्होंने टीवी पर हासिल की थी।
जहां ‘आमिर’ के बाद उनकी एक्टिंग की तारीफें हुईं, वहीं उनकी अगली फिल्म ‘शैतान’ में भी उनकी भूमिका को क्रिटिक्स द्वारा सराहा गया। ‘टेबल नंबर 21’ जैसी थ्रिलर फिल्में भी राजीव के करियर को आगे नहीं बढ़ा सकीं। 11 साल के लंबे फिल्मी करियर में, उन्हें कोई बड़ी हिट नहीं मिली, जिसने उनके करियर को एक ठहराव पर ला दिया।
राजीव खंडेलवाल का व्यक्तित्व और फैन्स का समर्थन
राजीव खंडेलवाल की एक खासियत रही है कि वह न केवल अपनी एक्टिंग के लिए बल्कि अपने शांत और गंभीर व्यक्तित्व के लिए भी जाने जाते हैं। टीवी पर उनकी फैन फॉलोइंग इतनी बड़ी थी कि उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखते ही ढेर सारे प्रशंसक पाए। उनके फैंस ने उन्हें हर कदम पर सपोर्ट किया, भले ही उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुईं।
राजीव ने अपनी असफलताओं के बावजूद कभी हार नहीं मानी। उन्होंने हमेशा नए और चुनौतीपूर्ण किरदारों को चुना, जिससे यह साफ होता है कि वह केवल कामयाबी की तलाश में नहीं थे, बल्कि अपने काम में नयापन लाने की कोशिश कर रहे थे।
क्या फिल्मों में वापसी संभव है?
हालांकि राजीव खंडेलवाल का फिल्मी करियर अब तक सफल नहीं रहा है, लेकिन उनकी एक्टिंग की काबिलियत को नकारा नहीं जा सकता। यह संभव है कि आने वाले समय में उन्हें फिल्मों में एक और मौका मिले, जहां वह अपनी एक्टिंग के दम पर एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत सकें।
टीवी पर उनकी वापसी भी एक संभावित कदम हो सकता है, क्योंकि उन्होंने टीवी पर जो सफलता हासिल की, वह अभूतपूर्व थी। अगर वह एक बार फिर से टीवी पर लौटते हैं, तो उनके फैंस के बीच एक नई उत्सुकता और खुशी होगी।
राजीव खंडेलवाल का करियर टीवी से शुरू होकर फिल्मों तक पहुंचा, लेकिन फिल्मों में वह सफलता नहीं हासिल कर पाए, जो उन्होंने छोटे पर्दे पर की थी। हालांकि, उनके संघर्ष और मेहनत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वह एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने हर किरदार में नयापन और गंभीरता लाई है, भले ही वह किरदार किसी भी माध्यम में हो।
भले ही राजीव का फिल्मी करियर संघर्षपूर्ण रहा हो, लेकिन उनकी प्रतिभा पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने साबित किया है कि वह किसी भी चुनौतीपूर्ण भूमिका को निभाने के लिए तैयार हैं। उनके फैंस आज भी उनके अगले कदम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, चाहे वह फिल्मी दुनिया हो या फिर टीवी की दुनिया।
राजीव खंडेलवाल ने टीवी पर जो पहचान बनाई, वह हमेशा उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक रहेगी। और यह कहना गलत नहीं होगा कि एक्टर के रूप में उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ है; वह अपनी अगली सफलता की ओर अग्रसर हैं।