दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर: न्यू जर्सी में स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम

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भारत से बाहर की विरासत: एक अद्भुत मंदिर का निर्माण

विश्व के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक, स्वामीनारायण अक्षरधाम, भारत में नहीं बल्कि अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में स्थित है। यह मंदिर अपने भव्य निर्माण और आध्यात्मिकता के लिए प्रसिद्ध है। इसका उद्घाटन पिछले साल 8 अक्टूबर को हुआ था, और यह दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के समान है। आइए, इस मंदिर की अनोखी विशेषताओं और इसके पीछे की प्रेरणा के बारे में जानते हैं।

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर: न्यू जर्सी में स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम
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भव्यता की एक मिसाल

स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की ऊँचाई 191 फुट है। यह मंदिर न केवल अपनी ऊँचाई के लिए बल्कि इसकी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है। इसे बनाने के लिए 7 देशों के पत्थरों का उपयोग किया गया है, जिसमें बुल्गारिया, इटली, यूनान, तुर्की और भारत शामिल हैं। ये पत्थर न केवल गुणवत्ता में उत्कृष्ट हैं, बल्कि मंदिर की सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।

ब्रह्मकुंड का जादू

मंदिर के अंदर एक विशेष ब्रह्मकुंड या बावड़ी है, जिसमें दुनियाभर की 400 नदियों और झीलों का पानी मौजूद है। इनमें भारत की गंगा और यमुना नदी का पानी भी शामिल है। यह एक अद्भुत अनुभव है, जो भक्तों को आत्मिक शांति और शुद्धता का अनुभव कराता है। इस कुंड में स्नान करने से भक्तों को ताजगी और ऊर्जा का अनुभव होता है।

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भगवान स्वामीनारायण: प्रेरणा का स्रोत

स्वामीनारायण का जन्म 1781 में अयोध्या के पास छपिया नामक गांव में हुआ था। उनका असली नाम घनश्याम पांडे था। ज्योतिषियों ने उनके जन्म के समय भविष्यवाणी की थी कि यह बालक दुनियाभर के लोगों को सही दिशा दिखाने का काम करेगा। मात्र 8 साल की उम्र में उनका जनेऊ संस्कार हुआ और 11 साल की उम्र में उन्होंने सभी शास्त्रों का अध्ययन कर लिया।

जीवन का संन्यास

जब उनके माता-पिता का निधन हुआ, तो उन्होंने घर त्याग दिया और संन्यासी के रूप में जीवन जीने लगे। भारत के विभिन्न हिस्सों में यात्रा करने के बाद, वे गुजरात पहुंचे, जहां उन्होंने अपने अनुयायियों की एक बड़ी संख्या इकट्ठा की। स्वामीनारायण ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने का कार्य किया और पुरुषोत्म नारायण के नाम से जाने जाने लगे।

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मंदिर की सामाजिक और आध्यात्मिक भूमिका

स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और आध्यात्मिक विकास का केंद्र भी है। मंदिर में नियमित रूप से धार्मिक कार्यक्रम, साधना और सामाजिक कार्य आयोजित किए जाते हैं। यह स्थान न केवल भक्तों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी है जो आध्यात्मिक ज्ञान और शांति की खोज में हैं।

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल

न्यू जर्सी स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बन गया है। इसकी भव्यता और आध्यात्मिकता ने इसे न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि विदेशियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना दिया है। लोग यहाँ आकर मंदिर की वास्तुकला, इसकी संस्कृति और धार्मिक गतिविधियों का आनंद लेते हैं।

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स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर न केवल भारत की धार्मिक संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि यह विश्वभर में हिंदू धर्म की महानता को दर्शाता है। इसकी भव्यता, स्थापत्य कला और आध्यात्मिकता ने इसे एक अद्वितीय स्थान बना दिया है। यह मंदिर हम सभी को यह याद दिलाता है कि हमारी संस्कृति और धार्मिकता में गहराई और सुंदरता है, जो दुनिया के कोने-कोने में फैली हुई है।

यदि आप अमेरिका में हैं, तो स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का दौरा करना न भूलें, क्योंकि यह एक ऐसी अनुभव है जो आपको शांति, प्रेरणा और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगी।

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