जिंदगी जीने के दो ऑप्शन होते हैं- पहला तो यह कि जो जैसा चल रहा है, उसे वैसा ही रहने दो. दूसरा, थोड़ी मेहनत कर अपनी तकदीर खुद लिखो. वेल्लोर जिले के विनवमंगलम नाम के एक छोटे से गांव में जन्मे और पले-बढ़े जयगणेश के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी. उनके पिता एक कारखाने में काम करते थे. उससे किसी तरह से परिवार का भरण-पोषण हो पाता था.
जयगणेश के पिता एक लेदर फैक्ट्री में काम करके महीने में 4500 रुपये कमाते थे. जयगणेश अपने घर के बड़े बेटे थे. ऐसे में घर चलाने की जिम्मेदारी उन पर भी थी. वह अपने परिवार को गरीबी के दंश से बाहर निकालना चाहते थे. वह पढ़ाई में काफी होशियार थे. घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद भी जयगणेश ने इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती. उन्होंने अपने करियर और जिंदगी को नई दिशा देने के लिए खूब मेहनत से पढ़ाई की. पढ़िए आईआरएस के जयगणेश की सक्सेस स्टोरी.
K Jayaganesh IRS: स्कॉलरशिप से की पढ़ाई
के जयगणेश ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में करीब 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. इसके बाद स्कॉलरशिप की मदद से उन्होंने मेकैनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लिया. इंजीनियर बनने के बाद उन्होंने प्राइवेट जॉब स्टार्ट कर दी. फिर उन्हें महसूस हुआ कि उनकी तरह कई अन्य परिवार भी आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं. अपने परिवार के साथ बाकियों की भी मदद करने के लिए उन्होंने इंजीनियर की नौकरी छोड़ दी और कलेक्टर बनने की तैयारी में जुट गए.
UPSC Coaching Fees: कोचिंग की फीस के लिए बने वेटर
के जयगणेश ने यूपीएससी परीक्षा की जानकारी इकट्ठा की. फिर चेन्नई में स्थित एक कोचिंग में एडमिशन ले लिया. वहां की फीस भरने के लिए उनके पास रुपये नहीं थे. अपना खर्च चलाने और यूपीएससी कोचिंग फीस भरने के लिए उन्होंने एक सिनेमा हॉल में बतौर बिलिंग ऑपरेटर काम करना शुरू कर दिया. वहां उन्हें महीने में 3 हजार रुपये सैलरी मिलती थी. साल 2004 में वह यूपीएससी परीक्षा में फेल हो गए. इसके बाद उन्होंने सिनेमा हॉल वाली नौकरी से रिजाइन कर दिया.
UPSC Motivational Story: वेटर बनकर की पढ़ाई
वह समझ चुके थे कि यूपीएससी परीक्षा आसान नहीं है. इसकी तैयारी करने के लिए पढ़ाई के घंटे बढ़ाने होंगे. लेकिन नौकरी छोड़कर सिर्फ पढ़ाई करने का ऑप्शन उनके पास था नहीं. इसलिए उन्होंने एक रेस्त्रां में वेटर का काम शुरू कर दिया. इससे उन्हें पढ़ाई के लिए ज्यादा वक्त मिलने लगा. जयगणेश अपने पहले 2 प्रयासों में यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाए था. फिर उन्होंने एक कोचिंग में सोशियोलॉजी पढ़ाना शुरू किया.
K Jayaganesh IRS Current Posting: 6 बार हुए फेल
के जयगणेश दिमाग के साथ ही धैर्य के भी धनी हैं. वह लगातार 6 बार यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में फेल हुए. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. वह अपनी तरफ से तैयारी करते रहे. यह उनकी मेहनत का ही नतीजा था कि यूपीएससी परीक्षा के 7वें अटेंप्ट में वह यूपीएससी प्रीलिम्स, यूपीएससी मेंस और यूपीएससी इंटरव्यू में सफल हो पाए. इसमें 156वीं रैंक के साथ वह आईआरएस अफसर बन गए. फिलहाल वह चेन्नई, तमिल नाडु और पुडुचेरी क्षेत्र में एडिशनल सीआईटी (OSD) पद पर हैं.