PM नेतान्याहू को बताया बर्बर, पश्चिमी देशों पर निशाना
गाजा में हो रही इजरायली सैन्य कार्रवाई ने एक बार फिर विश्व का ध्यान खींचा है। इस बार यह मुद्दा भारतीय राजनीति में भी गर्मा गया है। कांग्रेस नेता और वायनाड की लोकसभा उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस कार्रवाई को बर्बरता करार देते हुए पश्चिमी देशों के समर्थन को शर्मनाक बताया है।
प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया
प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि गाजा में हो रही यह सैन्य कार्रवाई न केवल अस्वीकार्य है बल्कि यह नरसंहार है। प्रियंका ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू बर्बर हैं और उनकी सरकार की यह कार्रवाई इंसानियत के खिलाफ है। उन्होंने गाजा के निर्दोष नागरिकों, बच्चों, माताओं, पिताओं और सहायता कर्मियों के लिए भी आवाज उठाई।
नेतान्याहू के अमेरिकी कांग्रेस में भाषण पर हमला
प्रियंका गांधी ने नेतान्याहू के अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सदनों में दिए गए भाषण पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेतान्याहू का गाजा में सैन्य कार्रवाई को सही ठहराना और इसके बाद अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों द्वारा खड़े होकर तालियां बजाना शर्मनाक है। प्रियंका ने इसे सभ्यता और नैतिकता के दावों के खिलाफ बताया।
पश्चिमी देशों के समर्थन पर सवाल
प्रियंका गांधी ने पश्चिमी देशों द्वारा इजरायल को समर्थन देने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने इसे बर्बरता और सभ्यता के बीच संघर्ष के रूप में प्रस्तुत किया। प्रियंका ने कहा कि पश्चिमी देशों का इजरायल की इस बर्बरता को समर्थन देना वाकई शर्म की बात है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया की हर सरकार को इजरायली सरकार के इन नरसंहार कार्यों की निंदा करनी चाहिए और उन्हें रोकने के लिए मजबूर करना चाहिए।
नागरिकों के लिए नैतिक जिम्मेदारी
प्रियंका गांधी ने अपने पोस्ट में लिखा कि यह हर सही सोच वाले व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह नफरत और हिंसा में विश्वास नहीं करे। उन्होंने कहा कि यह समय है कि हम सभी गाजा के निर्दोष नागरिकों के लिए आवाज उठाएं और इजरायल की इस बर्बरता को रोकने के लिए एकजुट हों। प्रियंका ने कहा कि यह केवल इजरायली नागरिकों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए नैतिक जिम्मेदारी है।
प्रियंका गांधी की टिप्पणी का प्रभाव
प्रियंका गांधी की इस तीखी टिप्पणी का भारतीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी प्रभाव पड़ा है। उनके बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी इजरायल की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ है और गाजा के निर्दोष नागरिकों के लिए आवाज उठा रही है। प्रियंका की यह टिप्पणी उस समय आई है जब इजरायल और गाजा के बीच तनाव अपने चरम पर है।
प्रियंका गांधी की यह प्रतिक्रिया न केवल इजरायल की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ है बल्कि यह पश्चिमी देशों के समर्थन की भी आलोचना है। उनका यह बयान भारतीय राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इसका असर देखा जा सकता है। गाजा के निर्दोष नागरिकों के लिए उठाई गई यह आवाज इंसानियत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे समर्थन मिलना चाहिए।
प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम वास्तव में एक सभ्य समाज का हिस्सा हैं या फिर हम भी उस बर्बरता का समर्थन कर रहे हैं जो गाजा में हो रही है। यह समय है कि हम सभी एकजुट होकर इस बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाएं और इजरायल की इस कार्रवाई को रोकने के लिए कदम उठाएं।
यह लेख प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया के महत्व और गाजा के निर्दोष नागरिकों के लिए उठाई गई आवाज को दर्शाता है। हमें उम्मीद है कि यह लेख पाठकों को जागरूक करेगा और इंसानियत के पक्ष में खड़ा होने के लिए प्रेरित करेगा।
http://गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई पर प्रियंका गांधी का तीखा हमला