इस बार गर्मी का मिजाज कुछ ठीक नहीं है. शुरुआत से ही चिलचिलाती धूप कहर ढाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. यही वजह कि देश की राजधानी समेत कई हिस्सों में गर्मी का अलर्ट जारी कर दिया गया है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, इस दौरान दोपहर में गर्म हवाओं की बीच घर से बाहर निकलने का मतलब है कि खतरनाक बीमारी को दावत देना. इसलिए जितना संभव हो लू से बचाव करें. वैसे तो इस मौसम में लू की चपेट में कोई भी आ सकता है. लेकिन, कुछ लोगों को इससे खास बचाव करना चाहिए. आइए धनवंतरी क्लीनिक नोएडा के (इंटिग्रेटेड चिकित्सक) डॉ. संजय कुमार वार्ष्णेय से जानते हैं किन लोगों को लू लगने का खतरा अधिक होता है? कैसे करें बचाव-
किन लोगों को लू का खतरा अधिक?
छोटे बच्चे: डॉ. संजय कुमार वार्ष्णेय बताते हैं कि, वैसे तो गर्म हवाएं और तपती धूप किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है. लेकिन, बच्चों को खतरा अधिक होता है. दरअसल, छोटे बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने के साथ गर्मी की बर्दाश्त करने की क्षमता कम होती है. इसलिए कोशिश करें बच्चों को छूप में खेलने या उन्हें बाहर ले जानें से बचें.
प्रेग्नेंट महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को आम लोगों की तुलना में लू लगने का खतरा काफी ज्यादा होता है. डॉक्टर की मानें तो प्रेग्नेंट महिलाओं को आम लोगों की तुलना में ज्यादा गर्मी लगती है. यही वजह है कि गर्मियों के दिनों में प्रेग्नेंट महिलाओं को थकान होना या फिर लू लगना काफी आम समस्या है. ऐसे में उचित मात्रा में पानी का सेवन करें.
बुजुर्ग: इसके अलावा बुजुर्गों को लू लगने की समस्या ज्यादा होती है और लू लगने के कारण बुजुर्गों में हार्ट डिजीज, लंग्स से जुड़ी बीमारी या हाई बीपी की समस्या हो सकती है. दरअसल बुजुर्गों का शरीर और इम्युनिटी काफी कमजोर हो जाता है, जिससे कारण लू लगने की समस्या बढ़ जाती है.
फील्ड वर्कर्स: जो लोग अपना ज्यादातर समय फील्ड वर्क में देते हैं, उनकों सावधान रहने की जरुरत काफी ज्यादा होती है. इस भीषण गर्मी में धूप में काम करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है. अगर आप दिन में धूप में रहते हैं तो इसकी वजह से आपको डिहाइड्रेशन, उल्टी और दस्त लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.